Chhattisgarh Assembly Elections 2023: छत्तीसगढ़ के साथ-साथ कई राज्यों में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसको लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों की तैयारी भी चल रही है. इसी कड़ी में रायपुर (Raipur) में मंगलवार यानी आज बीजेपी (BJP) अनुसूचित जाति मोर्चा की बड़ी बैठक होने वाली है. इस बैठक में भारतीय जनता पार्टी (BJP) अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय पदाधिकारी शामिल होंगे. इसलिए इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है.


दरअसल, आगामी विधानसभा और उसके बाद लोकसभा चुनाव की रणनीतिक तैयारियों को लेकर ये बैठक काफी अहम है. क्योंकि राज्य गठन के बाद पहली बार बीजेपी बड़े स्तर पर बैठक कर रही है. इसमें देश भर के 80 दिग्गज अनुसूचित जाति मोर्चा के नेता शामिल होंगे. छत्तीसगढ़ बीजेपी एससी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन मार्कण्डेय ने बताया कि बैठक में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, राष्ट्रीय संगठक वी. सतीश, बीजेपी राष्ट्रीय महामंत्री और मोर्चा प्रभारी सीटी रवि, अजा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालसिंह आर्य, मोर्चा के राष्ट्रीय पदाधिकारी और 35 संगठन राज्यों के मोर्चा प्रदेश प्रभारी, सहप्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष शामिल हो रहे हैं. 


रायपुर में बनेगी चुनावी रणनीति
यानी बीजेपी एससी मोर्चा के सभी बड़े पदाधिकारी मंगलवार को राजधानी रायपुर में चुनावी रणनीति बनाने वाले हैं. बीजेपी के प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में ये बैठक होने वाली है. बैठक को लेकर बीजेपी अनूसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन मार्कण्डेय ने कहा कि इसमें संगठनात्मक विषयों के साथ ही महासंपर्क अभियान की रिपोर्ट पर भी चर्चा होगी.  बैठक में केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा पिछले 9 साल के शासनकाल में अनूसचित जाति वर्ग के लिए लिए गए निर्णयों पर चर्चा होगी. 


10 सीटें हैं अनूसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित
नवीन मार्कण्डेय ने कहा कि इसके अलावा छत्तीसगढ़ और राजस्थान में दलितों विशेषकर दलित महिलाओं पर बढ़ी अत्याचार की घटनाओं को लेकर दोनों प्रदेश की कांग्रेस सरकारों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की भी रणनीति बनाई जाएगी. गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में 10 सीटें अनूसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं और प्रदेश में बीजेपी की अनुसूचित जाति वर्ग में स्थिति कमजोर मानी जा रही है. क्योंकि 2018 विधानसभा चुनाव के रिजल्ट में केवल दो सीट पर ही बीजेपी जीत पाई थी.


बता दें सात सीटें कांग्रेस के खाते में गई थी और एक सीट बहुजन समाज पार्टी जीती थी. इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला बताया जा रहा है. इस लिहाज से दोनों ही पार्टी के लिए ये 10 विधानसभा सीट बहुत अहम होने वाली हैं. वहीं राज्य के 11 लोकसभा सीट में एक अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है और इसमें बीजेपी को 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत मिली है.


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