Chhattisgarh Politics: विधानसभा चुनाव में उतरेगी 'राम-रावण की सेना'! बीजेपी-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू
Chhattisgarh News: बीजेपी के दिग्गज नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि विधानसभा चुनाव धर्म युद्ध है. इसमें एक तरफ 'राम की सेना' है, तो दूसरी तरफ 'रावण की सेना' है.
Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं. नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया सामने आने लगी है. बीजेपी के दिग्गज नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस को 'रावण की सेना' बताया है और इस विधानसभा चुनाव को धर्म युद्ध कहा है. इस पर छत्तीसगढ़ में सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस ने बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है और कांग्रेस को 'राम की सेना' बताया है.
बीजेपी ने कांग्रेस को बताया 'रावण की सेना'
दरअसल शुक्रवार को रायपुर में बीजेपी की बूथ सशक्तिकरण अभियान के तहत रायपुर दक्षिण विधानसभा की बैठक हुई है. इसी बैठक में शामिल होने के लिए बृजमोहन अग्रवाल भी थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस पार्टी तंज कसा है. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव धर्म युद्ध है. इसमें एक तरफ राम की सेना है, तो दूसरी तरफ 'रावण की सेना' है. 'रावण की सेना' को परास्त करने के लिए हम सैनिक तैयार कर रहे हैं. यही बूथ सशक्तिकरण का उद्देश्य है.
कांग्रेस ने भूपेश बघेल की सेना को बताया 'राम की सेना'
इस बयान के बाद कांग्रेस नेताओं की कड़ी आपत्ति सामने आई है. कांग्रेस के प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि आने वाला चुनाव धर्मयुद्ध के समान है जिसमें कांग्रेस की सत्य और बीजेपी की असत्य झूठ प्रोपगंडा का सीधा मुकाबला होगा और जनता तय करेगी कौन राम की सेना हैं और कौन रावण की सेना है. लेकिन आचरण से देखेंगे तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सेना राम की सेना है.
छत्तीसगढ़ है माता कौशल्या का मायका
इसके आगे ठाकुर ने बीजेपी के 15 साल के कार्यकाल पर सवाल उठाते हुए कहा कि 15 साल तक प्रदेश में बीजेपी की सरकार थी यदि बीजेपी के लोग सही मायने में राम भक्त होते. राम की सेना होते तो छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है. माता कौशल्या का मायका है उनके लिए कुछ करते. माता कौशल्या के मंदिर और राम वन गमन पथ का जीणोद्धार 15 साल में बीजेपी ने नहीं किया. उस ओर झांका तक नहीं. बीजेपी के आचरण से देखेंगे तो बीजेपी ही रावण की सेना है. बीजेपी भगवान श्रीरामजी का उपयोग तो करती है पर राम काज नहीं करती है.
साल के अंत में होगा विधानसभा चुनाव
गौरतलब है कि इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसलिए कांग्रेस और बीजेपी पूरी ताकत से चुनावी मैदान में उतरने की तैयार कर रहे हैं. बीजेपी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है तो दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी में 5 साल कार्यकाल में किए काम और सरकार की पॉलिसी के साथ जनता के बीच में उतर रही है. इस बीच लगातार नेताओं के बयानबाजी देखने को मिल रही है.
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