Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ में BJP ने पुराने नेता, स्थानीय फिल्म स्टार और पूर्व आईएएस अधिकारियों पर भरोसा, जानें- किन्हें मिला मौका
Chhattisgarh Election 2023 News: BJP ने हाल ही में BJP में शामिल हुए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के विधायक धर्मजीत सिंह को तखतपुर से चुनाव मैदान में उतारा है.
Chhattisgarh Election 2023 News: छत्तीसगढ़ के विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाषा) ने राज्य विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को 64 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जिसमें पार्टी के तीन सांसद और 11 विधायक शामिल हैं. BJP ने इस सूची में बिरनपुर सांप्रदयिक हिंसा में मारे गए भुनेश्वर साहू के पिता ईश्वर साहू को भी चुनाव मैदान में उतारा है.
पार्टी ने सूची में 2018 के विधानसभा चुनाव में हारे हुए 13 नेताओं को फिर से जगह दी है. चुनाव आयोग द्वारा छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों के लिए विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के कुछ घंटों बाद BJP ने सोमवार को 64 विधानसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की. नक्सल प्रभावित राज्य में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए सात नवंबर (20 सीटें) और 17 नवंबर (70 सीटें) को दो चरणों में मतदान होगा.
इसके साथ ही BJP ने अब तक 85 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. अब केवल पांच उम्मीदवारों के नाम शेष है. सूची के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह अपनी पारंपरिक राजनांदगांव सीट से चुनाव लड़ेंगे, जबकि विधानसभा में विपक्ष के नेता नारायण प्रसाद चंदेल को उनकी वर्तमान सीट जांजगीर-चांपा से फिर से उम्मीदवार बनाया गया है.
हाल ही में BJP में शामिल हुए लोकप्रिय छत्तीसगढ़ी फिल्म स्टार अनुज शर्मा को रायपुर जिले के धरसीवा से चुनाव मैदान में उतारा गया है. बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में इस साल अप्रैल में सांप्रदायिक झड़प में एक युवक की मौत हो गई थी. उसके पिता ईश्वर साहू का नाम भी उम्मीदवारों की सूची में है.
राज्य के मुख्य विपक्षी दल ने मौजूदा विधायक डमरूधर पुजारी की टिकट काट दी है तथा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के विधायक धमरजीत सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है, सिंह हाल ही में BJP में शामिल हुए हैं.
एक केंद्रीय मंत्री सहित तीन सांसद और दो पूर्व आईएएस अधिकारी भी इस सूची में शामिल हैं, जिसमें 20 से अधिक नए चेहरे और नौ महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं. BJP ने जिन 64 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है, उनमें से 19 सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) और नौ सीटें अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं.
प्रदेश BJP अध्यक्ष और बिलासपुर से सांसद अरुण साव को लोरमी से, सरगुजा से सांसद और केंद्रीय जनजातीय मामलों की राज्य मंत्री रेणुका सिंह को भरतपुर-सोनहत (एसटी आरक्षित) से और रायगढ़ से लोकसभा सदस्य गोमती साय को पत्थलगांव (एसटी) से चुनाव मैदान में उतारा गया है.
पार्टी ने इसके साथ ही विधायक बृजमोहन अग्रवाल (रायपुर दक्षिण), पुन्नूलाल मोहले (मुंगेली-एससी), ननकीराम कंवर (रामपुर-एसटी), धरमलाल कौशिक (बिल्हा), डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी (मस्तूरी-एससी), सौरभ सिंह (अकलतरा), शिवरतन शर्मा (भाटापारा), अजय चंद्राकर (कुरुद) और रंजना दीपेंद्र साहू (धमतरी) को फिर से चुनाव मैदान में उतारने की घोषणा की है.
BJP के जो उम्मीदवार 2018 में हार गए थे उन पार्टी ने एक बार फिर भरोसा जताया है. इन उम्मीदवारों में श्याम बिहारी जायसवाल (मनेंद्रगढ़), भैयालाल राजवाड़े (बैकुंठपुर), रामदयाल उइके (पाली-तानाखार-एसटी), केदार कश्यप (नारायणपुर-एसटी), महेश गागड़ा (बीजापुर-एसटी), प्रेम प्रकाश पांडेय (भिलाई नगर), दयालदास बघेल (नवागढ़-एससी), राजेश मूणत (रायपुर पश्चिम), विक्रम उसेंडी (अंतागढ़-एसटी), अमर अग्रवाल (बिलासपुर) और संयोगिता सिंह जूदेव (चंद्रपुर) शामिल हैं.
मोतीलाल साहू को रायपुर ग्रामीण सीट से चुनाव मैदान में उतारा
पार्टी ने पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी को रायगढ़ सीट से उम्मीदवार बनाया है, जो खरसिया सीट से पिछला चुनाव हार गए थे. वहीं पार्टी ने 2018 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में असफल चुनाव लड़ने वाले संपत अग्रवाल को बसना सीट से उम्मीदवार बनाया है.
पार्टी ने पाटन सीट से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से हारने वाले उम्मीदवार मोतीलाल साहू को रायपुर ग्रामीण सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. BJP ने दिवंगत दिलीप सिंह जूदेव के बेटे प्रबल प्रताप सिंह जूदेव को कोटा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है.
पार्टी ने बेमेतरा जिले की साजा सीट से ईश्वर साहू को भी मैदान में उतारा है. उनके बेटे भुनेश्वर साहू (22) की आठ अप्रैल को बिरनपुर गांव में सांप्रदायिक हिंसा में मौत हो गयी थी.
पूर्व आईएएस अधिकारी नीलकंठ टेकाम, जो अगस्त माह में नौकरी छोड़ने के बाद BJP में शामिल हुए थे को केशकाल (एसटी) सीट से उम्मीदवार बनाया गया है. वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व BJP अध्यक्ष विष्णु देव साय को कुनकुरी (एसटी) से मैदान में उतारा गया है.
पार्टी ने हाल ही में BJP में शामिल हुए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के विधायक धर्मजीत सिंह को तखतपुर से चुनाव मैदान में उतारा है. सिंह वर्तमान में लोरमी से विधायक हैं, जहां BJP ने अपने राज्य इकाई अध्यक्ष अरुण साव को उम्मीदवार बनाया है.
सूची जारी होने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए साव ने कहा कि पार्टी ने जहां युवा चेहरों को मौका दिया है, वहीं अनुभवी नेताओं को भी मैदान में उतारा है. इसलिए यह युवा और अनुभवी नेताओं का मिश्रण है.
कुछ सीटों पर उम्मीदवारों के चयन को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ''पार्टी ने हर पहलू पर विचार करते हुए और हर पहलू को ध्यान में रखते हुए टिकट दी हैं. आगामी चुनावों में BJP की जीत सुनिश्चित करने के लिए पार्टी के सभी कार्यकर्ता मिलकर काम करेंगे.''
BJP के उम्मीदवारों की दूसरी सूची पर कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि BJP ने उन लोगों पर भरोसा जताया है जिन्हें पिछले चुनाव में जनता ने खारिज कर दिया था.
BJP के उम्मीदवारों की सूची जानबूझकर लीक की गई - CM
बघेल ने कहा, ''कल (दिल्ली के लिए रवाना होते समय) मैंने कहा था कि BJP के उम्मीदवारों की सूची जानबूझकर लीक की गई थी (BJP उम्मीदवारों की कथित सूची का जिक्र करते हुए जो पिछले हफ्ते वायरल हो गई थी). अगर यह जानबूझकर नहीं किया गया होता, तो आयकर और प्रवर्तन निदेशालय ने (कथित लीक में शामिल लोगों पर) छापा मारा होता. ऐसा BJP की रणनीति के तहत किया गया. BJP ने उन लोगों पर भरोसा किया है जिन्हें जनता ने नकार दिया है, चाहे वह अमर अग्रवाल हों, प्रेमप्रकाश पांडेय हों या राजेश मूणत हों. पार्टी के पास राज्य में कोई चेहरा नहीं है.''
यह पूछे जाने पर कि क्या BJP ईश्वर साहू को मैदान में उतारकर बिरनपुर (बेमेतरा) में सांप्रदायिक हिंसा का मुद्दा उठाने की कोशिश कर रही है, बघेल ने कहा, ''वे कितनी भी कोशिश कर लें, यह कोई मुद्दा नहीं बन सकता. BJP किसे टिकट देती है, यह उनका विचार है. लेकिन साजा में BJP के अन्य पार्टी कार्यकर्ता भी थे. वह (ईश्वर साहू) पूरी तरह से गैर-राजनीतिक व्यक्ति हैं.''
2018 के विधानसभा चुनाव में, कांग्रेस ने कुल 90 सीटों में से 68 सीटें जीतीं थी. जबकि BJP 15 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही. पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी द्वारा स्थापित जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) को पांच सीटें मिलीं थी और उसकी सहयोगी बहुजन समाज को दो सीटें मिली थी.
2018 के बाद पांच विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में जीत के साथ राज्य विधानसभा में कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 71 हो गई है.
सदन में वर्तमान में विपक्षी BJP के पास 13 सीटें, जेसीसी (जे) के पास तीन और बसपा के पास दो सीटें हैं. एक सीट रिक्त है.