Chhattisgarh Assembly Elections 2023: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के बीच छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) को सरप्राइज कर दिया है. दूसरे चरण के नामांकन के दिन एक नई पार्टी की घोषणा हो गई है. पहले चरण के लिए प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल भी कर दिया है. इससे शहरी क्षेत्रों में कांग्रेस की मुसीबत बढ़ सकती है. क्योंकि 2018 के विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़िया और परदेसिया के मुद्दे पर कांग्रेस को सफलता मिली थी.
दरअसल, शनिवार को छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने रायपुर में बड़ी सभा कर राजनीतिक पार्टी का एलान कर दिया है. इसके साथ ही 90 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए भी तैयारी कर ली है. चुनाव आयोग की तरफ से उसे चुनाव चिन्ह छड़ी भी मिल गई है. शनिवार को बूढ़ादेव की पूजा के साथ छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के अध्यक्ष अमित बघेल ने चुनावी पार्टी का एलान किया. पार्टी का नाम जोहर छत्तीसगढ़ पार्टी (Johar Chhattisgarh Party) रखा गया है. दूसरे चरण के लिए प्रत्याशियों के नाम भी एक दो दिन में एलान करने की घोषणा कर दी है.
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने क्यों बनाया खुद का राजनीतिक दल?
अचानक चुनाव लड़ने के फैसले पर एबीपी न्यूज ने अमित बघेल से बातचीत की है. उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य बने 23 साल हो गए हैं, लेकिन छत्तीसगढ़िया लोगों को हक और अधिकार अभी तक नहीं मिला है. छत्तीसगढ़िया लोग मार खा रहे हैं और जेल जा रहे हैं. छत्तीसगढ़ बना है छत्तीसगढ़ियों के लिए, लेकिन यहां दबे कुचले वही लोग हैं. बस्तर में आदिवासी भाई लोग जेल जा रहे हैं, उनकी जमीन छीनी जा रही है. हमारे राज्य के युवा बेरोजगार हैं. चपरासी की नौकरी तक में आउटसोर्सिंग की जा रही है.
जोहर छत्तीसगढ़ पार्टी का चुनाव चिन्ह क्या है?
अमित बघेल ने आगे कहा कि यह राष्ट्रीय दल के लोग मनमानी कर रहे हैं. आज तक छत्तीसगढ़िया वादी राजनीतिक दल नहीं था. इसलिए लोगों ने कहा की हमारे हक और अधिकार के लिए विधानसभा जाना चाहिए. इसलिए राजनीतिक दल का निर्माण किया है. अमित बघेल ने बताया कि चुनाव आयोग से वॉकिंग स्टिक यानी छड़ी हमें चुनाव चिन्ह मिला है. ये हमारे छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े बूढ़ा देव की निशानी है. इसे छत्तीसगढ़ी में गोटानी कहते हैं. हमारे दादा लोग इसी छड़ी से चलते थे और घर में बच्चे लफड़ा करते थे तो दो चार लगा देते थे. बता दें की राज्य की सभी राजनीतिक दल छत्तीसगढ़िया वाद के रास्ते पर चल रहे हैं. छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना को कांग्रेस की बी टीम कहा जाता है.
इसको लेकर अमित बघेल ने कहा कि पिछली दिवाली जेल में कटी थी. सीएम भूपेश बघेल ने छह महीने के लिए जेल भेज दिया था. कौनसी ऐसी पार्टी होगी, जो अपनी बी टीम को जेल भेजेगी. ये सब झूठ है. बीजेपी ने 15 साल तक कभी नहीं कहा छत्तीसगढ़िया हैं. लेकिन ये हमारी ताकत है आज सब छत्तीसगढ़िया हैं. हमारे पीछे पीछे सीएम भूपेश बघेल की सरकार भी चल रही है. कांग्रेस और बीजेपी पालतू कबूतर है और अब छत्तीसगढ़ को बघवा(बाघ) बेटा चाहिए. हमारी पार्टी में केवल छत्तीसगढ़िया लोगों को ही टिकट मिलेगा.
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