Chhattisgarh Assembly Elections 2023: छत्तीसगढ़ में सात नवंबर को पहले चरण में 20 विधानसभा सीटों पर मतदान होंगे. लेकिन इससे पहले कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) में जुबानी जंग शुरू हो गई है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के एक बयान पर विवाद खड़ा हो गया है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि अमित शाह ने राजनांदगांव में भड़काऊ भाषण दिया है. इस मामले में कांग्रेस चुनाव आयोग में गृह मंत्री शाह के खिलाफ शिकायत करने वाली है. वहीं दूसरी ओर बीजेपी ने कांग्रेस के बयान पर पलटवार करते हुए एक वर्ग को ही चिंता करने का आरोप लगाया है.
दरअसल, 16 अक्टूबर को राजनांदगांव विधानसभा से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने फिर नामांकन दाखिल किया है. इस मौके पर एक बड़ी सभा की गई. इसमें शामिल होने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आए थे. इस दौरान गृह मंत्री शाह ने कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह ने बेमेतरा हिंसा के मामले में सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) को घेरते हुए कहा "भूपेश बघेल सरकार ने तुष्टिकरण के लिए और वोट बैंक की राजनीति के लिए छत्तीसगढ़ के बेटे भुवनेश्वर साहू को लिंचिंग करवाकर मार दिया. बीजेपी ने तय किया है कि हम भुनेश्वर के हत्यारों को उनके अंजाम तक पहुंचाएंगे और इसके प्रतीक के रुप में उनके पिता ईश्वर साहू को चुनाव मैदान में उतारा है."
कांग्रेस ने कहा-सामप्रदायिक तनाव भड़काने के लिए भाषण
गृह मंत्री शाह के बयान छत्तीसगढ़ कांग्रेस के साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय टीम ने भी आपत्ति जताई है. जयराम रमेश ने ट्वीट कर शांत प्रदेश छत्तीसगढ़ में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है. वहीं सोमवार को प्रदेश कांग्रेस भवन में प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने राजनांदगांव में सामप्रदायिक तनाव भड़काने के लिये योजनाबद्ध तरीके से भाषण दिया है. हम चुनाव आयोग से अपेक्षा करेंगे की वह स्वयं संज्ञान ले और गृह मंत्री अमित शाह पर कार्रवाई करे. कांग्रेस पार्टी भी इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करेगी. गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ आये थे, ईडी के रट्टू तोते की भांति एक बार फिर से ईडी की लिखी पटकथा के आधार पर कांग्रेस पर झूठे आरोप लगा कर गए.
बीजेपी का पलटवार
कांग्रेस नेता जयराम रमेश के बयान पर बीजेपी के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने निंदा की उन्होंने कहा जयराम रमेश को कुछ नहीं पता छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री गृहमंत्री और जिनके विधानसभा में भुनेश्वर साहू की हत्या निर्ममता से हुई. वह रविंद्र चौबे भी आज तक उनके घर नहीं गए, पीड़ित परिवार की कहानी जय राम रमेश को पता नहीं है और उनका बयान यही प्रमाणित कर रहा है जो गृह मंत्री शाह ने कहा कि कांग्रेस केवल एक वर्ग की ही चिंता करती है तुष्टीकरण करती है.
गौरतलब है कि बेमेतरा जिले के साजा विधानसभा से बीजेपी ने ईश्वर साहू को अपना प्रत्याशी बनाया है. ईश्वर साहू का कोई पॉलिटिकल बैकग्राउंड नहीं है. ईश्वर साहू खेती किसानी करते है. इनका नाम इसी साल अप्रेल महीने में चर्चा में आया था. क्योंकि 9 अप्रैल को बिरनपुर गांव में दो समुदायों के बीच झड़प में ईश्वर साहू के बेटे भुनेश्वर साहू की हत्या हुई थी. इसके बाद इसी गांव के दूसरे समुदाय के 2 लोगों की हत्या हुई थी. इसके बाद एक महीने तक पूरे गांव में कर्फ्यू लगाया गया था.
Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की दूसरी लिस्ट कब? सीएम भूपेश बघेल ने दिया जवाब