Chhattisgarh Assembly Elections 2023: छत्तीसगढ़ में चुनावी बिगुल बज चुका है. चुनाव को देखते हुए कई पार्टियां विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की सूची जारी करने में लगी हुई हैं. कांग्रेस (Congress) ने तो अपनी तीन सूचियों में प्रदेश की सभी विधानसभा सीटों के लिए उमीदवारों के नामों का एलान कर दिया है. कांग्रेस की पूरी कोशिश है कि प्रदेश की सत्ता दोबारा हासिल की जाए. इसके लिए कांग्रेस ने मौजूदा 71 में से 31 फीसदी विधायकों का टिकट काट दिया है. कुल 90 विधानसभा सीटों पर उमीदवारों के नामों का एलान होने के बाद 22 विधायकों को चुनावी मैदान से बाहर का रास्ता दिखाया गया है.
माना जा रहा है कि जिन विधायकों का टिकट काटा गया है, उनमें से ज्यादार से स्थानीय कार्यकर्ता नाराज थे. यही नहीं क्षेत्र में उनकी सक्रीयता भी कम थी. इसके साथ-साथ सत्ता और संगठन के सर्वे में भी उनका फीडबैक अच्छा नहीं मिला था. इसलिए उन पर पार्टी ने भरोसा नहीं जताया. इसके चलते कहा ये भी जा रहा है कि कुछ विधायक पार्टी से नाराज हैं, लेकिन कांग्रेस का दावा है कि पार्टी और सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर नहीं है. कांग्रेस का दावा है कि जिन विधायकों टिकट नहीं मिला है, वो अब भी पूरे मन से पार्टी के साथ खड़े हैं.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने क्या कहा
वहीं दूसरी ओर बीजेपी का कहना है कि बीजेपी का कहना है कि हार के डर से कांग्रेस ने अपने विधायकों का टिकट काटा है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार ने कोई काम नहीं किया है. 22 विधायकों का टिकट काटकर अपना ठीकरा उनके सिर फोड़ा गया है. प्रदेश में सत्ता विरोधी लहर है. इसी डर के मारे विधायकों का टिकट काटा गया है. वहीं इसके इतर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज का कहना है कि यहां हर जगह सीएम भूपेश बघेल की स्वीकार्यता है. कुछ विधानसभाओं में कार्यकर्ताओं के स्तर पर किए गए सर्वे में फीडबैक मामला था. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कहीं भी किसी प्रकार की सत्ता विरोधी लहर नहीं है. हम इस बार 75 सीटों पर जीत दर्ज करेंगे.