Chhattisgarh Assembly Election 2023 : छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव से पहले ही बस्तर (Bastar) संभाग में चुनाव की सरगर्मियां तेज हो चली हैं. बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) दोनों ही पार्टियों के नेता अभी से चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं और अपने-अपने बूथ को मजबूत करने के लिए लगातार कार्यकर्ताओं की बैठक ले रहे हैं.
एक ओर सत्तापक्ष जनता को अपनी 5 साल की उपलब्धि बता रहा है. वहीं दूसरी और विपक्ष सत्तापक्ष की विफलता को गिनाने के लिए डोर टू डोर पहुंच रहा है. हालांकि इस साल के चुनाव में भी बस्तर की 12 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस जीत के लिए पूरी तरह से निश्चिंत दिख रही है. वहीं बीजेपी भी इस चुनाव में इन सभी 12 सीटों पर हमारा का नारा लगाकर कांग्रेस के इस किले को ढहाने का दावा कर रही है.
बीजेपी का दावा 5 साल में नहीं हुआ बस्तर का विकास
कहा जाता है कि छत्तीसगढ़ की सत्ता पाने की सीढ़ी बस्तर से ही चढ़ी जाती है. विधानसभा चुनाव में बस्तर की 12 विधानसभा सीटें काफी महत्वपूर्ण मानी जाती हैं. इसलिए चुनाव के पहले चरण में सबसे पहले बस्तर में चुनाव संपन्न कराया जाता है. इन 12 सीटों को पाने के लिए सभी राजनीतिक दल के नेता अपनी एड़ी चोटी लगा देते हैं. साल 2018 के चुनाव में बस्तर की सभी 12 सीटों पर कांग्रेस की जीत हुई थी.
इन सभी सीटों पर कांग्रेस ने एक तरफा जीत दर्ज की थी. वहीं बीजेपी ने अपनी हार के लिए एंटी इनकंबेंसी का हवाला दिया था, लेकिन इस बार बीजेपी के नेता दावा कर रहे हैं कि बस्तर की सभी 12 सीटों पर बीजेपी की ही जीत होगी. क्योंकि जनता ने कांग्रेस के 5 साल के कार्यकाल को देख लिया है, और समझ भी लिया है. ऐसे में कांग्रेस को इस चुनाव में मुंह की खानी पड़ेगी.
प्रदेश प्रवक्ता और छत्तीसगढ़ के पूर्व शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने कहा " कांग्रेस की कथनी और करनी में जमीन आसमान का फर्क है. पिछले चुनाव में बस्तर की सभी 12 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने एक तरफा बढ़त बना ली, लेकिन जनता को इन 5 सालों में केवल लोक लुभावने वादे ही किए, जिसे आज तक पूरा नहीं किया. कांग्रेस नेता आपसी गुटबाजी में जनता को पूरी तरह से भूल गए और विकास के नाम पर उनसे केवल छलावा किया.
अब जनता समझ चुकी है कि कांग्रेस केवल अपने हितों को पूरा करने के लिए सत्ता में राज कर रही है. उसका जनता से कोई वास्ता नहीं है. ऐसे में इस बार के चुनाव में बीजेपी मजबूती के साथ पूरे 12 विधानसभा सीटों पर ताकत झोंकेगी और सभी पर जीत हासिल करने के साथ प्रदेश में अपनी सरकार बनाएगी."
कवासी लखमा बोले- होगी कांग्रेस की वापसी
इधर, कांग्रेस ने भी बस्तर की सभी 12 विधानसभा सीटों पर दोबारा जीत दर्ज करने का दावा किया है. बस्तर के नेता और प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा " बीजेपी शासनकाल में बस्तर का जो विकास 15 साल में नहीं हो पाया, कांग्रेस सरकार ने 5 साल के कार्यकाल में उसे करके दिखाया है. बीजेपी केवल जनता को करोड़ों के स्ट्रक्चर निर्माण दिखाकर विकास करने का दावा करती थी.
लेकिन कांग्रेस जमीनी स्तर पर एक एक व्यक्ति के हित में योजना लाकर उनके और उनके गांव का विकास कर रही है. इसलिए जनता कांग्रेस की सरकार से काफी खुश है." कवासी लखमा ने कहा कि बीजेपी सत्ता पाने का सपना देख रही है, लेकिन एक बार फिर से बस्तर की सभी 12 सीटों पर उसको हार मिलेगी. साथ ही पूरे प्रदेश में करारी हार मिलेगी.
हालांकि कवासी लखमा ने इन 12 सीटों पर सभी विधायकों को दोबारा टिकट मिलने के एबीपी न्यूज के सवाल पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया, लेकिन उन्होंने दावा किया है कि बस्तर के सभी 12 विधायकों के काम से जनता काफी खुश है. आने वाले विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से इन 12 सीटों पर कांग्रेस चुनाव जीत रही है और प्रदेश में अपनी सरकार बना रही है.