Chhattisgarh Elections 2023: सेना के जवान को खून से लिखी चिट्ठी, चुनाव लड़ने के लिए बुलाया गांव, अब इलेक्शन में आजमाएंगे किस्मत
Chhattisgarh Elections: सीतापुर के कोटझाल गांव के राजकुमार टोप्पो जम्मू कश्मीर में सीएपीएफ मे रहकर देश की सेवा कर रहे थे. इसी बीच पिछले एक महीने में उनके पास क्षेत्र केआम लोगों ने पोस्टकार्ड भेजे.
Chhattisgarh Assembly Elections 2023: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में चुनावी सरगर्मी के बीच सीतापुर (Sitapur) विधानसभा में एक बड़ा चुनावी अपडेट आया है. इस विधानसभा के हज़ारों नवयुवक वोटरों ने बार्डर में नौकरी करने वाले एक जवान को चुनाव लड़ने के लिए बुला लिया है. इधर देश सेवा में लगे जवान ने भी युवाओं के बुलावे पर नौकरी छोड़ दी है. आज जब वो नौकरी छोड़कर सीतापुर विधानसभा मुख्यालय पहुंचा तो हजारों की संख्या में लोगों ने एक विशाल रैली निकाल कर अपनी ताकत दिखा दी है.
हालांकि सेना के जवान ने ये नहीं कहा कि वो किस दल से चुनाव लडना चाहता है. सीतापुर से सूबे के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत विधायक हैं. जिनके लिए ये जवान चुनौती खड़ी कर रहा है. दरअसल, सीतापुर के कोटझाल गांव में रहने वाले राजकुमार टोप्पो जम्मू कश्मीर में सीएपीएफ मे रहकर देश की सेवा कर रहे थे. इसी बीच पिछले एक महीने में उनके पास क्षेत्र के युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों समेत आम लोगों ने हजारों की संख्या में पोस्टकार्ड भेजे और उसके माध्यम से राजकुमार को सीतापुर से चुनाव लड़ने की अपील की.
लोग बोले-रामकुमार को विधायक बनाएगें
इसके बाद लोगों की अपील को मानते हुए राजकुमार नौकरी से इस्तीफा देकर सीतापुर पहुंचे. यहां सैकड़ों की संख्या में लोगों ने उनका स्वागत किया और एक बड़ी रैली निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया. जिसको युवाओं ने तिरंगा यात्रा का नाम दिया. ग्रामीण कमल साय ने कहा कि रामकुमार टोप्पो की रैली में सीतापुर आए हैं. रामकुमार को नया विधायक बनाना है. अबकी बार इन्हीं को विधायक बनाना है. वर्तमान विधायक अमरजीत भगत का जनता से कोई सरोकार नहीं है, वे जनता को नहीं पूछ रहे हैं. दो-तीन सरपंच हैं, उन्ही को पूछते हैं. कुछ काम नहीं करते हैं. रामकुमार को नया विधायक बनाएंगे, वही काम करेंगे.
20 साल से विधायक पर काम नहीं
तिरंगा यात्रा के साथ गेरसा गांव से आई सिखा सिदार ने कहा कि रामकुमार टोप्पो की तिरंगा यात्रा में आए हैं. हमारी मांग है कि वो विधायक का चुनाव लड़ें. सिखा सिदार ने कहा कि हम जो प्रस्ताव दिए थे उसे स्वीकार कर वो अपनी नौकरी छोड़कर यहां आए हैं, तो हमारा फर्ज है कि हम उनके साथ आएं. अमरजीत भगत को विधायक बने 20 साल हो गए. आज तक उन्होंने हमारे लिए कोई काम नहीं किया है. रामकुमार टोप्पो जो देश के लिए कर सकते हैं, वो अपने क्षेत्र के लिए भी काम करेंगे. इसलिए हमने उनको चुना है.
जवान ने क्या कहा
रामकुमार टोप्पो ने कहा कि लगभग 20 दिन पहले हजारों की संख्या में लेटर मिले थे. यहां के भाइयों, बहनों ने सीतापुर विधानसभा में आने के लिए निमंत्रण दिया था. इसलिए खुला मंच में बात करने आए हैं, आगे क्या करना है. उन्होनें कहा कि आज युवाओं की ताकत सबके सामने है. मैं अपने जॉब से रिजाइन करके आया हूं और चुनाव लडूंगा या नहीं ये युवा डिसाइड करेंगे. अगर मुझे लाने का फैसला युवा कर सकते हैं तो पार्टी का फैसला भी वही करेंगे. हजारों पत्र के बीच एक बहन का खून से लिखा एक पत्र आया था. उसमें हर एक शब्द दिल को छूने वाले थे. और आज ये भाई पीछे हटता तो देश का सैनिक कहलाने के लायक नहीं रहता, इसलिए मैं आया हूं. वर्दी पहनकर देश सेवा करना और जनकल्याण के लिए देश सेवा करना. दोनों एक जैसा है.
सरगुजा के सीतापुर थाना क्षेत्र के कोटझाल निवासी राजकुमार टोप्पो जम्मू कश्मीर की सरहद पर पैरामिलिट्री के सेंट्रल आर्म पुलिस फोर्स के जवान हैं. सेना में रहते हुए इन्हें कई उपलब्धि मिली है. इनमें 2012 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पुलिस मेडल फॉर गेलेंट्री अवार्ड के अलावा कई ट्रेनिंग में गोल्ड मेडल मिले हैं. इनमे बेसिक ट्रेनर, फिजिकल ट्रेनर, ट्रेनर कोर्स और हैवी वेपन ट्रेनिंग में गोल्ड मेडल शामिल है. साथ ही राजकुमार टोप्पो ने कई एंटी टेरिरिस्ट आपरेशन में भी अपनी अहम भूमिका निभाई है.