Chhattisgarh Election: कौन हैं छत्तीसगढ़ के सबसे अमीर और गरीब विधायक? उनकी संपत्ति जान रह जाएंगे हैरान
Chhattisgarh MLA Property: चुनाव से पहले एक बार फिर से सबसे अमीर विधायक और उनकी संपत्ति को लेकर चर्चा तेज हो गई. छत्तीसगढ़ में बीते कुछ सालों में कई विधायकों की संपत्तियों में बेतहाशा इजाफा हुआ है.
Chhattisgarh Top 10 Richest MLA: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव महज कुछ महीने और बाकी हैं. कुछ दिनों में प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों के लिए चुनावों के तारीख का एलान हो सकता है. चुनावों से पहले कई उम्मीदावारों के बारे में दिलचस्प जानकारी साझा करने वाले हैं. इस लेख के जरिये आपपको प्रदेश के सबसे अमीर नेता और उनकी संपत्ति कितनी इसके बारे में जानकारी मिलेगी. इन सबके अलावा छत्तीसगढ़ के सबसे गरीब विधायक के बारे में चर्चा करेंगे. साथ ही 2018 विधानसभा चुनाव में टॉप 10 अमीर विधायकों की जानकारी और 2008 से 2018 तक उनकी संपत्ति में कितना इजाफा हुआ, ये भी साझा करेंगे.
विधानसभा चुनाव 2008 में सबसे अमीर विधायक?
दरअसल, 2008 के विधानसभा चुनाव में सबसे अमीर विधायक थे नंदकुमार पटेल. इन्होंने अपने नामांकन में 37 करोड़ रुपए के कुल संपत्ति होने की जानकारी दी थी. छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव 2008 में पहली बार विधायक बने, इन पांच सालों में उनकी संपत्ति में इजाफा हुआ. जिसके बाद 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में टीएस सिंहदेव सबसे अमीर विधायक का रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं. जिनकी कुल संपत्ति 500 करोड़ रुपए से अधिक है. विधायकों के संपत्ति की जानकारी विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन फार्म में दर्ज आंकड़े के आधार पर होता है.
2008 चुनाव में अमीर विधायकों की लिस्ट
पूर्व सीएम अजित जोगी की पत्नी रेणु जोगी पोस्ट ग्रेजुएट हैं और पेशे से एक नेत्र सर्जन हैं, 2008 में इनकी कुल संपत्ति 4 करोड़ 55 लाख रुपए से अधिक थी. राजिम विधायक अमितेश शुक्ल प्रोफेशनल कोर्स में ग्रेजुएट हैं, उनकी संपत्ति 4 करोड़ 15 लाख रुपए से अधिक थी. कोरबा के जयसिंह अग्रवाल 12वीं पास हैं, 2008 के समय इनकी संपत्ति 2 करोड़ 56 लाख रुपए से अधिक थी. साजा विधायक रविंद्र चौबे प्रोफेशनल कोर्स से ग्रेजुएट है, इनकी कुल संपत्ति 2 करोड़ 6 लाख रुपए से अधिक थी.
बिल्हा से बीजेपी विधायक धर्मलाल कौशिक पोस्ट ग्रेजुएट हैं, उनकी संपत्ति एक करोड़ 77 लाख रुपए से अधिक थी. 2008 के विधानसभा में अमीर विधायकों के लिस्ट में पूर्व सीएम रमन सिंह 28वें नंबर पर थे. उनकी कुल संपत्ति एक करोड़ 4 लाख रुपए थी. शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो उन्होंने प्रोफेशनल कोर्स में ग्रेजुएशन किया है. शिवकुमार डहरिया की संपत्ति 99 लाख रुपए थी. कवासी लखमा की संपत्ति 38 लाख रुपए थी. बीजेपी नेता नारायण चंदेल 12वीं पास हैं, उनकी संपत्ति 24 लाख रुपए थी.
टीएस सिंहदेव की संपत्ति 2013 में थी 561 करोड़
साल 2013 के विधानसभा चुनाव में सबसे अमीर विधायक टीएस सिंहदेव थे. राजघराने से ताल्लुक रखने वाले वर्तमान में डिप्टी सीएम की संपत्ति जानकर सभी दंग रह गये. पोस्ट ग्रेजुएट बाबा की कुल संपत्ति 561 करोड़ रुपए से अधिक थी. भूपेश बघेल भी पोस्ट ग्रेजुएट हैं, उनकी संपत्ति 8 करोड़ 34 लाख रुपए से अधिक थी. बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर पोस्ट ग्रेजुएट हैं, उनकी संपत्ति 8 करोड़ 17 लाख रुपए से अधिक थी. कांग्रेस विधायक जयसिंह अग्रवाल 6 करोड़ 70 लाख रुपए से अधिक थी. डॉ. रेणु जोगी की संपत्ति बढ़कर 6 करोड़ 3 लाख रुपए से अधिक हुई, जबकि रमन सिंह की संपत्ति बढ़कर 5 करोड़ 61 लाख से अधिक हो गई है.
2018 विधानसभा चुनाव के टॉप 10 अमीर विधायक
छत्तीसगढ़ में साल 2018 में हुए चुनाव में टीएस सिंहदेव का सबसे अमीर विधायक का तमगा बरकरार रहा. चुनाव आयोग में दर्ज आंकड़ों के मुताबिक साल 2018 में उनकी संपत्ति 500 करोड़ रुपये दर्ज था, ये पिछले चुनाव के मुकाबले 61 करोड़ रुपये कम है. जोगी कांग्रेस के विधायक देवव्रत सिंह दूसरे सबसे अमीर विधायक थे. उन्होंने चुनाव आयोग में सभी तरह से दर्ज अपनी संपत्ति 119 करोड़ रुपये दिखाई थी. तीसरे नंबर पर कांग्रेस पार्टी के विधायक अमितेश शुक्ल रहे, उनकी संपत्ति 74 करोड़ 49 लाख रुपए हो गई है. चौथे नंबर पर बीजेपी विधायक सौरभ सिंह ठाकुर रहे, उनकी संपत्ति 27 करोड़ 75 लाख रुपए दर्ज की गई थी. पांचवे नंबर पर भूपेश बघेल रहे, उनकी संपत्ति 23 करोड़ 5 लाख रुपए से अधिक थी.
छठे नंबर पर डॉ. चरणदास महंत की संपत्ति 14 करोड़ 59 लाख रुपए से अधिक थी. उनके ठीक बाद बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर का नंबर आता है, इस साल उन्होंने अपनी संपत्ति 13 करोड़ 74 लाख रुपये दर्शायी थी. 8वें नंबर पर कांग्रेस के विधायक मोहन मरकाम रहे, उनकी संपत्ति 11 करोड़ 58 लाख रुपए से अधिक संपत्ति. 9वें नंबर पर रमन सिंह थे, उन्होंने अपनी संपत्ति 10 करोड़ 72 लाख रुपए से अधिक बताई थी. बृजमोहन अग्रवाल की संपत्ति भी 10 करोड़ 10 लाख रुपए के आस पास पहुंच गई.
सीएम बघेल कैबिनेट में शामिल नेताओं की कितनी है संपत्ति?
छत्तीसगढ़ की कांग्रेस की अगुवाई वाली भूपेश बघेल सरकार में कई मंत्रियों की संपत्ति करोड़ों में है. इन मंत्रियों में पहले नंबर पर राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल हैं, उनकी संपत्ति 7 करोड़ 71 लाख रुपए है. वन मंत्री मोहम्मद अकबर की संपत्ति 7 करोड़ 87 लाख रुपए, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के पास 5 करोड़ 87 लाख रुपए, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू 2 करोड़ 90 लाख रुपए, पीएचई मंत्री गुरु रुद्र कुमार 2 करोड़ 85 लाख रुपए, नगरीय निकाय मंत्री शिवकुमार डहरिया 2 करोड़ 37 लाख रुपए की संपत्ति, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल 1 करोड़ 89 लाख रुपए की संपत्ति, उद्योग मंत्री कवासी लखमा 1 करोड़ 88 लाख रुपए की संपत्ति दर्ज की गई है.
किसकी संपत्ति कितनी बढ़ी और कितनी घटी?
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव की संपत्ति 2013 के तुलना में 2018 में 61 करोड़ घटी है. वहीं कांग्रेस विधायक अमितेश शुक्ल की संपत्ति 2008 में 4 करोड़ रुपए थी, जो 2018 में बढ़कर 74 करोड़ रुपए हो गई है. सीएम भूपेश बघेल की संपत्ति 5 साल में 15 करोड़ रुपए बढ़ गई है. रमन सिंह की संपत्ति 10 साल में 10 गुना बढ़कर 10 करोड़ रुपए हो गई है. रेणु जोगी की संपत्ति 10 साल में 4 करोड़ रुपए बढ़ी है.
ये हैं सबसे गरीब विधायक
इसी क्रम सबसे गरीब विधायक की बात करें, इस लिस्ट में पहला नाम कांग्रेस विधायक रामकुमार यादव का आता है. उनकी कुल संपत्ति एक आदमी की महाना तनख्वाह के बराबर है. चुनाव में दर्ज रिकॉर्ड के मुताबिक उनके पास सिर्फ 30 हजार रुपये की संपत्ति है.