Manendragarh-Chirmiri-Bharatpur News: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव का समय नजदीक है. ऐसे में सभी राजनीतिक दल एक बेहतर और जिताऊ प्रत्याशी की तलाश में हैं. बीजेपी ने कमजोर सीटों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के 12 सीटों के लिए चुनाव के तीन महीने पहले ही प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. वहीं बाकी बचे सीटों के लिए हर दिन बैठकों का दौर चल रहा है. हाल ही में बीजेपी के दूसरी संभावित सूची सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. जिसमें बीजेपी के बड़े दिग्गजों का नाम शामिल है.



इस लिस्ट को ही फाइनल और तय माना जा रहा है. वहीं अब सोशल मीडिया पर वायरल सूची को लेकर बवाल भी शुरू हो गया है. जिसका सीधा-सीधा नुकसान बीजेपी को झेलना पड़ सकता है. दरअसल, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (MCB) जिले के भरतपुर-सोनहत विधानसभा से संभावित सूची में सरगुजा सांसद, केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह का नाम है. इसको लेकर भरतपुर-सोनहत इलाके में बीजेपी कार्यकर्ताओं में नाराजगी फैल गई है. इसी से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.




कार्यकर्ताओं में नाराजगी
वीडियो फोन पर बीजेपी कार्यकर्ता की बातचीत का है. जिसमें वे जिलाध्यक्ष अनिल केशरवानी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कह रहे हैं कि पैसे लेकर रेणुका सिंह का नाम आगे किया गया, रेणुका सिंह बाहरी प्रत्याशी है, रेणुका सिंह के संसदीय क्षेत्र में भी भरतपुर-सोनहत विधानसभा नहीं आता. गौरतलब है कि बीजेपी ने आधिकारिक रूप से रेणुका सिंह को भरतपुर-सोनहत से प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा नहीं की है, लेकिन इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित सूची को ही फाइनल माना जा रहा है.

बीजेपी को नुकसान
बता दें कि सरगुजा सांसद रेणुका सिंह सूरजपुर जिले की रहने वाली हैं. ऐसे में भरतपुर-सोनहत विधानसभा से उन्हें प्रत्याशी बनाए जाने का संबंधित क्षेत्र के लोग विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि रेणुका सिंह बाहरी प्रत्याशी है, उन्हे यहां कोई जानता नहीं है. ऐसे में चुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ सकता है. इसी संभावना को देखते हुए रेणुका सिंह को भरतपुर-सोनहत से टिकट नहीं दिए जाने की बीजेपी कार्यकर्ता मांग कर रहे हैं.

सकता है नुकसानदायक साबित
गौरतलब है कि बाहरी प्रत्याशी बीजेपी के लिए हमेशा नुकसानदायक ही साबित हुआ है. पिछले विधानसभा चुनाव 2018 में सूरजपुर जिले के प्रेमनगर सीट से कांग्रेस ने खेलसाय सिंह को प्रत्याशी बनाया था, जबकि बीजेपी ने बाहरी नेता विजय प्रताप सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया था, और बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा था. ऐसे में भरतपुर-सोनहत में क्षेत्र में रेणुका सिंह को उतारना बीजेपी के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है.

कांग्रेस की लगातार जीत
छत्तीसगढ़ की पहली विधानसभा भरतपुर-सोनहत में कांग्रेस से गुलाब कमरो दूसरी बार विधायक चुने गए है, और अब कांग्रेस तीसरी बार भी गुलाब कमरो के नाम पर ही दांव खेलने की तैयारी में है. भरतपुर-सोनहत विधानसभा आदिवासी बाहुल्य है. वहां बाहरी नेताओं का वैसे भी कोई अस्तित्व नहीं है. ऐसे में बीजेपी के रेणुका सिंह पर दांव खेलना भारी पड़ सकता है. जिसका उदाहरण संभावित सूची के वायरल होने पर ही दिख चुका है. इलाके के बीजेपी कार्यकर्ता बाहरी प्रत्याशी को साफ तौर पर टिकट नहीं देने की मांग कर रहे है.