Bhupesh Baghel On PM Modi: छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Modi) के दौरे के बाद धान खरीदी के मामले में सियासी संग्राम शुरू हो गया है. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने आम सभा में दावा किया है कि छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के किसानों से 80 प्रतिशत से ज्यादा धान खरीदती है. लेकिन कांग्रेस ने पीएम के दावे को एक लाइन में खारिज कर दिया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर झूठ बोलने और किसानों को गुमराह करने का आरोप लगा दिया है.
दरअसल शुक्रवार (07 जुलाई) को राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में पीएम मोदी ने बीजेपी की एक बड़ी आम सभा को संबोधित किया है.. इस दौरान उन्होंने धान खरीदी के मामले में सभा में कहा कि केंद्र सरकार का प्रयास है की छत्तीसगढ़ के किसानों से ज्यादा से ज्यादा खरीदी की जाए. हम राज्य से 80 प्रतिशत धान लेते है. बीजेपी के प्रयासों से धान की खरीद मामले में छत्तीसगढ़ बहुत आगे निकल चुका है. छत्तीसगढ़ के किसानों को 9 साल में 1 लाख करोड़ रुपए दिए है. इस साल 22 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा किसानों को दिए हैं.
कांग्रेस ने पीएम मोदी के दावे को बताया गलत
इसके जवाब में कांग्रेस ने 2018 से 2023 तक छत्तीसगढ़ के किसानों से धान खरीदी और एफडीआई के तरफ से चावल उठाव का आंकड़ा जारी कर दिया है. 2018 -19 में छत्तीसगढ़ में धान 80.38 लाख मीट्रिक टन खरीदी हुई. लेकिन केंद्र सरकार के एफसीआई ने 23 लाख मीट्रिक टन ही उठाव हुई. इसी तरह 2022 -23 में 107 लाल मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई लेकिन केंद्र की FCI के तरफ से 36.12 लाख मीट्रिक टन चावल लिया गया है. कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने ट्वीट कर कहा कि सच यह है कि राज्य की सरकार हर साल बैंकों से कर्ज लेकर धान ख़रीदती है और हर साल चुकाती है. बचे हुए धान को हमें मजबूरी में खुले बाजार में बेचना पड़ता है.पिछले ही साल राज्य सरकार को क़रीब 1200 करोड़ का नुकसान हुआ.
'आप आए तो फिर झूठ की बयार बहने लगी'
पीएम मोदी के दावे को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर गलत बताया है. उन्होंने कहा है कि आप आए तो फिर झूठ की बयार बहने लगी मोदी जी. प्रदेश बीजेपी के नेता लगातार किसानों को गुमराह कर रहे थे कि धान खरीदी केंद्र के पैसों से होती है.. आप प्रधानमंत्री हैं, आपको तो सच पता है, लेकिन आप भी झूठ बोल गए. सीएम भूपेश बघेल के आरोपों पर पलटवार करते है. बीजेपी किसान मोर्चा के अध्यक्ष संदीप शर्मा ने कहा कि पूरा प्रदेश जनता है किसानों को धान समर्थन मूल्य में केंद्र सरकार करती है. अभी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार कर रही है. इसके लिए सारा पैसा मोदी सरकार देती है. कांग्रेस चुनाव में हारने वाले है इस लिए अनाफ सनाफ बात कर रहे है.
छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा है धान खरीदी
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में धान खरीदी बड़ा राजनीतिक मुद्दा है. राज्य में 24 लाख से अधिक किसान है. ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही किसानों को साधने में जुटी है. 2018 में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार आने के पीछे किसानों का कर्ज माफी और 9 हजार रुपए प्रति एकड़ किसानों को सब्सिडी देने को माना जाता है. इस बार फिर चुनावी साल में कांग्रेस ने किसानों से प्रति एकड़ में 15 क्विंटल की जगह 20 क्विंटल खरीदने का वादा किया है.
दरअसल शुक्रवार (07 जुलाई) को राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में पीएम मोदी ने बीजेपी की एक बड़ी आम सभा को संबोधित किया है.. इस दौरान उन्होंने धान खरीदी के मामले में सभा में कहा कि केंद्र सरकार का प्रयास है की छत्तीसगढ़ के किसानों से ज्यादा से ज्यादा खरीदी की जाए. हम राज्य से 80 प्रतिशत धान लेते है. बीजेपी के प्रयासों से धान की खरीद मामले में छत्तीसगढ़ बहुत आगे निकल चुका है. छत्तीसगढ़ के किसानों को 9 साल में 1 लाख करोड़ रुपए दिए है. इस साल 22 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा किसानों को दिए हैं.
कांग्रेस ने पीएम मोदी के दावे को बताया गलत
इसके जवाब में कांग्रेस ने 2018 से 2023 तक छत्तीसगढ़ के किसानों से धान खरीदी और एफडीआई के तरफ से चावल उठाव का आंकड़ा जारी कर दिया है. 2018 -19 में छत्तीसगढ़ में धान 80.38 लाख मीट्रिक टन खरीदी हुई. लेकिन केंद्र सरकार के एफसीआई ने 23 लाख मीट्रिक टन ही उठाव हुई. इसी तरह 2022 -23 में 107 लाल मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई लेकिन केंद्र की FCI के तरफ से 36.12 लाख मीट्रिक टन चावल लिया गया है. कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने ट्वीट कर कहा कि सच यह है कि राज्य की सरकार हर साल बैंकों से कर्ज लेकर धान ख़रीदती है और हर साल चुकाती है. बचे हुए धान को हमें मजबूरी में खुले बाजार में बेचना पड़ता है.पिछले ही साल राज्य सरकार को क़रीब 1200 करोड़ का नुकसान हुआ.
'आप आए तो फिर झूठ की बयार बहने लगी'
पीएम मोदी के दावे को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर गलत बताया है. उन्होंने कहा है कि आप आए तो फिर झूठ की बयार बहने लगी मोदी जी. प्रदेश बीजेपी के नेता लगातार किसानों को गुमराह कर रहे थे कि धान खरीदी केंद्र के पैसों से होती है.. आप प्रधानमंत्री हैं, आपको तो सच पता है, लेकिन आप भी झूठ बोल गए. सीएम भूपेश बघेल के आरोपों पर पलटवार करते है. बीजेपी किसान मोर्चा के अध्यक्ष संदीप शर्मा ने कहा कि पूरा प्रदेश जनता है किसानों को धान समर्थन मूल्य में केंद्र सरकार करती है. अभी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार कर रही है. इसके लिए सारा पैसा मोदी सरकार देती है. कांग्रेस चुनाव में हारने वाले है इस लिए अनाफ सनाफ बात कर रहे है.
छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा है धान खरीदी
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में धान खरीदी बड़ा राजनीतिक मुद्दा है. राज्य में 24 लाख से अधिक किसान है. ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही किसानों को साधने में जुटी है. 2018 में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार आने के पीछे किसानों का कर्ज माफी और 9 हजार रुपए प्रति एकड़ किसानों को सब्सिडी देने को माना जाता है. इस बार फिर चुनावी साल में कांग्रेस ने किसानों से प्रति एकड़ में 15 क्विंटल की जगह 20 क्विंटल खरीदने का वादा किया है.