Chhattisgarh Election: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची सामने आने के बाद दावेदारों की नाराजगी प्रदेश भर में देखी जा रही है. इसी नाराजगी के चलते ठीक चुनाव के पहले कांग्रेस को एक झटका लगा है. मुंगेली से कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष सागर सिंह बैस सोमवार को जोगी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. सागर सोमवार को ही पेंड्रा पहुंचे और यहां जोगी निवास पहुंच कर अमित जोगी और डॉ रेणु जोगी के समक्ष जेसीसीजे में शामिल हो गए. सागर की मानें तो कांग्रेस पार्टी के लोगों की अनदेखी के चलते उन्हें ऐसा करना पड़ा. उन्होंने जोगी कांग्रेस में शामिल होने के बाद कहा कि अब हमारे लिए वहां (कांग्रेस में) पर कोई जगह नहीं है.


'निष्ठावान कार्यकर्ता की कद्र नहीं'


जोगी कांग्रेस जॉइन करने के बाद बैस ने पत्रकारों से चर्चा कर बताया कि वे पिछले 10 वर्षों से कांग्रेस के निष्ठावान सिपाही रहे हैं. इसी दौरान उन्होंने कांग्रेस पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी में निष्ठावान कार्यकर्ताओं की कद्र नहीं है. उन्होंने कहा कि उन्हें काफी तकलीफ हुई है. धर्मजीत सिंह के कांग्रेस से जाने के बाद मैंने काफी मेहनत भी की.


बैस ने बताया कि साल 2018 के चुनावों में भी उनके साथ छल हुआ था और समीकरणों का साथ होने के बाद भी उनका नाम काट दिया गया. उन्होंने कहा कि वो एक बार फिर धोखे का शिकार हुए हैं, जिसके बाद उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर राय ली और सभी की सहमति के बाद फैसला लिया कि उन्हें विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए.


कांग्रेस का साथ छोड़ जोगी कांग्रेस से जुड़ने के फैसले के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि अमित जोगी के साथ वो काफी पहले से संपर्क में थे क्योंकि वो भी कभी कांग्रेस के साथ ही थे. उन्होंने जेसीसीजे पार्टी को बेहतर दल बताया है और कहा है कि इससे बेहतर और कोई दल नहीं है. ये क्षेत्रीय दल है और छत्तीसगढ़ी लोगों के वजूद को समझने वाली पार्टी है. उन्होंने बताया कि उन्होंने अमित जोगी और रेणु जोगी से मिलकर उनके समक्ष जेसीसीजे में प्रवेश किया है. उनसे उन्हें आश्वसन भी मिला है कि उन्हें वे विधानसभा चुनाव में टिकट भी देंगे और जोगी कांग्रेस जीत भी दर्ज करेगी.


Chhattisgarh Election 2023: 'फिर करेंगे किसानों की कर्ज माफी', छत्तीसगढ़ चुनाव से पहले सीएम भूपेश बघेल का बड़ा वादा