Chhattisgarh CM Survey: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से महज 6 महीने पहले कांग्रेस ने टीएस सिंह देव को मंत्री मंडल में जगह देकर बड़ा सियासी दांव खेला. छत्तीसगढ़ के सियासत में टीएस सिंह देव का शुमार बड़े नेताओं में होता है, यही वजह है कि प्रदेश सरकार में उन्हें बतौर डिप्टी सीएम मंत्री मंडल में जगह दी गई है. सियासी गलियारों में सीएम भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव के बीच अनबन की खबरें भी आती रही हैं. 


इस बीच एबीपी न्यूज के लिए सी वोटर ने छत्तीसगढ़ के आगामी सीएम को लेकर सर्वे किया है. ये सी वोटर का ये सर्वे चौंकाने वाला है. इस सर्वे से साफ जाहिर है कि डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव की लोकप्रियता में इजाफा हुआ है. हालांकि सीएम भूपेश बघेल अभी भी छत्तीसगढ़ के पसंदीदा सीएम के रुप में पहले नंबर पर बने हुए हैं. आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अभी तक सीएम फेस का एलान किया है, फिर भी इस सर्वे में 15 साल तक प्रदेश के सीएम रहे रमन सिंह को 24 फीसदी लोगों ने अपना पसंदीदा सीएम बताया है. 


सीएम के रुप में 13 फीसद लोगों ने बताया पहली पसंद


इस सर्वे में भूपेश बघेल को 49 फीसदी लोगों ने सीएम के लिए पहली पसंद बताया है, जबिक डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव को 13 फीसदी लोगों ने सीएम के लिए पहली पसंद के बताया है. सी वोटर के इस ओपिनियल पोल के बाद प्रदेश के सियासत में उनकी आगामी भूमिक को लेकर बहस छिड़ गई है. त्रिभुवनेश्वर शरण सिंहदेव यानी टीएस सिंह देव का संबंध सरगुजा के राजघराने से है. वे इस राजघराने के 118वें राजा हैं. प्रदेश के सियासत में उन्हें बाबा के रुप में जाना जाता है. अंबिकापुर से विधायक टीएस सिंह देव लगातार तीन विधानसभा चुनाव जीत दर्ज कर चुके हैं.  मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, साल 2018 में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के चुनाव जीतने पर वे सीएम की रेस में सबसे आगे थे, हालांकि सीएम बघेल उनसे इस रेस में आगे निकल गए. 


टीएस सिंह देव की लोकप्रियता का बढ़ रहा ग्राफ


छत्तीसगढ़ में कुल 90 विधानसभा सीटें है, जबकि टीएस सिंह देव के गृह संभाग सरगुजा में 14 विधानसभा सीटें हैं. इन सीटों पर उनका सीधा प्रभाव माना जाता है. डिप्टी सीएम बनाये जाने से पहले वे प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सहित कुल पांच विभागों का पदभार था. 2008 से अपना राजनीतिक करियर शुरू करने वाले टीएस सिंह देव की लोक प्रियता में लगातार इजाफा देखा जा रहा है, सी वोटर के सर्वे रिपोर्ट इस बात की पुष्टि करता हुआ दिखाई पड़ता है. पार्टी में उनके कद इस बात से भी समझा जा सकता है कि 2018 चुनाव से पहले कांग्रेस ने उन्हें घोषणा पत्र तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी थी. 2018 चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी के 15 साल के शासन काल को समाप्त कर सत्ता में वापसी की थी. इस चुनाव में कांग्रेस 68 सीटों पर जीत हासिल की थी, इस जीत में टीएस सिंद देव द्वारा तैयार घोषणा पत्र की अहम भूमिका मानी जाती है. 


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