Chhattisgarh में चुनाव जीतने के लिए क्या होगा सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा? ABP News के सर्वे में जानिए ऐसे कई अहम सवाल
Chhattisgarh Elections: एबीपी न्यूज के सर्वे में राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 47-52 सीटें, बीजेपी को 34-39 सीटें मिल सकती हैं. वहीं सर्वे के अनुसार अन्य के खाते में 1-5 सीटें आएंगी.
Chhattisgarh Assembly Elections: छत्तीसगढ़ में साल 2023 के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसे लेकर राज्य की सत्तारूढ़ कांग्रेस (Congress) के अलावा बीजेपी (BJP), आम आदमी पार्टी (AAP) ने चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं. ऐसे में संगठन में मजबूती के साथ-साथ कई फेरबदल भी हो रहे हैं.
वहीं छत्तीसगढ़ विधानसभा को लेकर एबीपी न्यूज द्वारा करवाए गए सर्वे के अनुसार यहां एक बार फिर कांग्रेस की वापसी हो सकती है. राज्य की कुल 90 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 47-52 सीटें मिलने की संभावना है. वहीं बीजेपी को 34-39 सीटें मिल सकती है. साथ ही सर्वे के अनुसार अन्य के खाते में 1-5 सीटें आएगी.
पीएम मोदी होंगे गेमचेंजर?
वहीं भूपेश बघेल सरकार के पक्ष में आंकड़े तुलनात्मक तौर पर ज्यादा नजर आ रहे हैं, ऐसे में पीएम मोदी क्या राज्य में गेमचेंजर साबित हो सकते हैं, यह सवाल अहम है, इसे लेकर सर्वे में 38 फीसदी लोगों ने कहा कि पीएम मोदी 'बहुत ज्यादा' गेमचेंजर हो सकते हैं. 23 फीसदी ने कहा कि वह 'थोड़ा-बहुत' फर्क डालेंगे. वहीं, 39 फीसदी लोग मानते हैं कि पीएम मोदी का राज्य के विधानसभा चुनाव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केंद्र के कामकाज को लेकर छत्तीसगढ़ के 46 फीसदी लोगों ने 'बहुत बेहतर', 48 फीसदी ने लोगों ने 'संतोषजनक' बताया है, इससे अंदाजा लगता है कि 80 फीसदी से ज्यादा लोग पीएम मोदी के कामकाज को ठीक मानते हैं. वहीं, केंद्र सरकार के कामकाज को केवल 18 फीसदी लोगों ने 'बेहद खराब' बताया है.
क्या आप बिगाड़ेगी खेल?
वहीं साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने भी बिगुल फूंक दिया है. चुनावी तैयारियों के बीच दिल्ली सीएम और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस और बीजेपी पर बड़ा बोला है. सीएम केजरीवाल ने पिछले 23 सालों से छत्तीसगढ़ को लूटने का आरोप लगाया है. ऐसे में छत्तीसगढ़ में आप की एंट्री से सूबे का सियासी पारा चढ़ गया है. अब सवाल ये है कि आम आदमी पार्टी किसे नुकसान पहुंचाएगी.
इसको लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि यह नया नहीं है कि आप की किसी राज्य में एंट्री हुई है. आम आदमी पार्टी ने पहले ही अपनी साख खो दी है. राज्य में चुनाव होने वाले हैं तो कई पार्टियां आएंगी. वहीं पंजाब में आप ने कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया और गुजरात चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के मतों में सेंध लगाने का काम किया था. ऐसे में छत्तीसगढ़ चुनाव में आप की एंट्री को चुनावी विश्लेषक खतरा बता रहे हैं.
आरक्षण हो सकता है गेम चेंजर मुद्दा
छत्तीसगढ़ में अबतक धर्मांतरण के मुद्दे पर बीजेपी आक्रामक मोड में है. बीजपी नेताओं ने धर्मांतरण के मुद्दे पर कांग्रेस सरकार को कई बार घेरा है. ऐसे में लोगों का कहना है कि धर्मांतरण का मुद्दा ट्राइबल इलाकों में ही है. मैदानी इलाकों में इसका असर बहुत कम है, लेकिन पूरे प्रदेश में आरक्षण का विवाद सबसे बड़ा मुद्दा हो सकता है. इसके साथ ही 19 सितंबर 2022 में हाईकोर्ट ने 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण को रद्द कर दिया.
इससे राज्य के आदिवासियों को मिल रहे 32 प्रतिशत आरक्षण घटकर 20 प्रतिशत हो गया. इससे राज्य के आदिवासी समाज नाराज हो गए. इस मामले में सरकार की तरफ से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर आदिवासी आरक्षण 32 प्रतिशत करने का विधेयक पारित कर दिया और विधेयक राज्यपाल को भेज दिया गया. लेकिन विवाद यहां थमा नहीं यहां से दोगुनी रफ्तार में प्रदेशभर में फैल गया. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस ने आरक्षण के मामले को अपने चुनावी मुद्दे में शामिल कर लिया है. अब आने वाले वक्त में बीजेपी और कांग्रेस दोनो ही पार्टी आरक्षण पर एक दूसरे को घेरते हुए दिखाई दे सकते हैं.
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