Exclusive: शिक्षक पद पर चयनित जनरल कैटेगरी कैंडिडेट को झटका, स्कूल एलाट...पर नहीं मिला ज्वाइनिंग लेटर
CG Assistant Teacher Recruitment: सहायक अध्यापक के पद चयनित हुए उम्मीदवार उस समय अवाक रह गये, जब उन्हें स्कूल एलाट होने के बाद ज्वाइनिंग लेटर नहीं मिला. पूछने पर अधिकारीअलग-अलग वजह बता रहे हैं.
CG Assistant Teacher Recruitment: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बीते 26 से 28 सितंबर तक सहायक शिक्षक के खाली पदों की भर्ती के लिए काउंसिलिंग की गई थी. जिसमें प्रदेशभर के बेरोजगारों को स्कूल का एलाटमेंट कर दिया गया. जिससे उनकी उम्मीद जाग गई थी कि बस कुछ ही दिनों में उनको नियुक्ति पत्र मिल जाएगा और वो शिक्षक के रूप में अपने करियर की शुरुआत कर सकेंगे.
स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश पर प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को शनिवार (30 सितंबर) को ज्वाइनिंग लेटर जारी करने को कहा गया था. जबिक तारीख के एक दिन पहले सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के पास फोन आया कि जनरल कैटेगरी के अभ्यर्थियों को ज्वाइनिंग लेटर नहीं दिया जाएगा. जिसके बाद रोजगार की आस लगाए जनरल कैटेगरी के अभ्यर्थियों में स्वाभाविक मायूसी देखी जा रही है. ऐसे ही कुछ अभ्यर्थियों ने एबीपी न्यूज से इस मामले को उठाने और उनको इंसाफ दिलाने की अपील की है.
'राजनीति से प्रेरित मामला'
अम्बिकापुर के रहने वाले राहुल पाण्डेय ने बताया कि 10 जून को सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा हुई थी. 26-28 जून तक काउंसलिंग हुई थी. इसके बाद बलरामपुर जिले के राजपुर ब्लॉक अंतर्गत प्राइमरी स्कूल सेमरपारा अलॉट हुआ था, लेकिन अब पता चला है कि जनरल वालों की नियुक्ति रोकना है, ऐसा आदेश है. राहुल पाण्डेय ने आगे बताया कि, उन्होंने डीईओ कार्यालय बलरामपुर से ज्वाइनिंग रोकने का कारण पता किया तो वहां से बताया गया कि जनरल वालों की नियुक्ति रोकने का आदेश है. इसका कारण अब तक नहीं पता चल सका है. इसी तरह बिलासपुर के गौरव दीक्षित ने बताया कि उन्हें मनेंद्रगढ़ ब्लॉक में स्कूल अलॉट हुआ है. अभी जनरल वालों का आधे से ज्यादा लोगों का नियुक्ति पत्र रोक दिया गया है. इसमें मैं भी शामिल हूं. ये राजनीति से प्रेरित मामला लग रहा है.
'कारण किसी को पता नहीं'
बिलासपुर निवासी आरती अवस्थी ने बताया कि उनका कोरिया जिले के बैकुंठपुर ब्लॉक में स्कूल अलॉट हुआ है. 29 सितंबर की सुबह कॉल आई थी कि 30 सितंबर को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय आना है. शाम तक फिर कॉल आया और कहा गया कि जनरल वालों को नहीं आना है. ऊपर से आदेश नहीं आया है. वहीं रायपुर की अंजना मिश्रा ने बताया कि उनका बस्तर ब्लॉक में स्कूल अलॉट हुआ है. आज पता चला कि जनरल वालों की नियुक्ति रोक दी गई है. इसका कारण किसी को नहीं पता है.
'शिक्षक बनने की उम्मीद लगाये बैठे अभ्यर्थियों को झटका'
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जातिगत भेदभाव वाले इस मामले के पहले भी शिक्षक, सहायक शिक्षक बनने की उम्मीद लगाए अभ्यर्थियों को बड़ा झटका लगा है. इससे पहले स्कूल शिक्षा विभाग ने एक आदेश में ये तय कर दिया था कि इस भर्ती में केवल डीएड किए हुए युवाओं को मौका दिया जाएगा. जिसके बाद पीड़ित अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट की शरण ली थी. जिसके बाद अब नई समस्या जनरल कैटेगरी के अभ्यर्थियों के सामने आ खड़ी हुई है. गौरतलब है कि स्कूल अलाटमेंट के बाद अभ्यर्थी अपने-अपने जिलों से बोरिया बिस्तर लेकर पोस्टिंग वाले जिले या स्कूल तक पहुंच चुके हैं. ऐसे में इस भेदभाव से अभ्यर्थी काफी आहत नजर आ रहे हैं. बड़ी बात ये है कि कई जिले के शिक्षा अधिकारी केवल ये कह रहे हैं कि जनरल कैटेगरी के लोगों को फिलहाल रोक दिया गया है. लेकिन क्यों रोका गया है? इसका कारण किसी भी अभ्यर्थी को नहीं बताया गया है.
प्रशासन क्या है कहना?
इस संबंध में एबीपी न्यूज ने बलरामपुर कलेक्टर आर. एक्का से बात की. कलेक्टर आर. एक्का ने कहा कि नियुक्ति रोकने जैसा कुछ नहीं है. दो चरणों की काउंसलिंग हुई थी. इसमें 340 लोगों को नियुक्ति आदेश जारी कर दिया गया है, बाकि जो 13 लोगों का रुका है. उसके संबंध में डायरेक्टोरेट से एक लिस्ट आई थी. वो क्लियर होगी तो उसको भी जारी कर देंगे. ये जिला स्तर का कोई मामला नहीं है. उसके संबंध में कुछ परीक्षण करना बचा होगा. इसलिए 13 लोगों का रुका है.
उन्होंने कहा हमारे यहां से आज 340 लोगों की लिस्ट जारी हो गई है. जितना क्लीयर बताया गया था हमने आदेश जारी कर दिया, क्योंकि काउंसलिंग तो एकीकृत रूप से हो रही है. बचे हुए लोगों का एक-दो दिन में क्लियर होकर आएगा. उसे भी जारी कर देंगे. नहीं करने वाला कोई विषय नहीं है. वहीं इस मसले पर डीपीआई, छत्तीसगढ़ सुनील जैन ने कहा कि उनका मेरिट लिस्ट में नाम नहीं आया है. उनकी पोस्टिंग होने में थोड़ा टाइम लगेगा.