Terror of Elephants in Chhattisgarh Jashpur: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के जशपुर (Jashpur) में इन दिनों हाथियों (Elephants) ने आतंक मचा रखा है. एक तरफ हाथियों के बढ़ते हमलों को देखते हुए ग्रामीण दहशत में हैं तो वहीं दूसरी ओर वन विभाग (Forest Department) भी हाथियों को लेकर चिंतित है. वन विभाग की ओर से हाथियों की निगरानी के लिए 5 दल तैयार किया गया है. ये दल हाथी प्रभावित क्षेत्रों में जाकर लोगों को समझा रहा है कि, हाथियों से दूरी बनाए रखें और जंगल (Forest) की ओर ना जाएं. कुल मिलाकर हाल ही में हुए हाथियों हमलों को देखते हुए वन विभाग की नींद उड़ी हुई है. एक के बाद एक 3 महीने के भीतर हाथियों ने एक ही इलाके में 4 लोगों की जान ले ली है. शायद यही वजह से है कि अब वन विभाग के डीएफओ (DFO) ने खुद कमान संभाल ली है और हाथियों को लेकर एक अपील जारी की है.


हाथियों ने मचा रखा है आतंक
दरअसल, मंगलवार की सुबह कंडोरा गांव में हाथी ने लीची बगान में एक व्यक्ति पर हमला कर उसकी जान ले ली. इसके बाद दूसरी घटना में ग्राम चुवा में एक 62 साल की महिला को कुचल दिया. ये दोनों घटनाएं कुनकुरी वन परिक्षेत्र में हुई हैं. बता दें कि, बादलखोल अभयारण्य कुनकुरी वन परिक्षेत्र के नजदीक है. शायद यही वजह है कि हाथी रात में अभयारण्य से निकलकर गांव की ओर आ जाते है और नुकसान पहुंचाकर वापस लौट जाते है. पिछले 3 महीने के अंदर कुनकुरी क्षेत्र में ही हाथी के हमले के 4 लोगों की मौत हुई है. ऐसे में जाहिर सी बात है कि वन विभाग की टीम हाथियों की चहलकदमी पर नजर रखे हुए थी ताकि हाथी किसी को कि नुकसान नहीं पहुंचा सकें, बावजूद इसके हाथी लगातार क्षेत्र में आतंक मचा रहे हैं.




डीएफओ ने जारी की अपील 
डीएफओ जितेंद्र उपाध्याय ने बताया कि जशपुर जिले में वर्तमान में लगभग 40 हाथी अलग-अलग दल में विचरण कर रहे है. जो नारायणपुर, कंडोरा, दुलदुला इलाके में मौजूद हैं. ऐसे समय में उन्होंने अपील जारी कर कहा है कि "मैं लोगों से सतर्क रहने की अपील करता हूं. हाथियों को मत छेड़ो. घर के अंदर रहें. खासकर रात के समय. सुबह जल्दी बाहर जाने से बचें. भीषण गर्मी के कारण हाथियों को जंगलों में पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है और वो बाहर निकल रहे हैं."


वन विभाग के 5 दल ग्राउंड लेवल पर काम कर रहे हैं
डीएफओ ने एबीपी न्यूज से चर्चा में बताया कि लोग किसी ना किसी कारण से जंगल के आसपास चले जा रहे हैं. पिछले केस में मछली मारने चले गए थे. तब हाथी ने कुचलकर एक व्यक्ति की जान ले ली थी. जब तक वन विभाग की तरफ से अलर्ट जारी है. तब तक सतर्क रहें. गांव के अंदर ही रहें. उन्होंने कुनकुरी वन परिक्षेत्र में ज्यादा हाथियों के आमद होने के सवाल पर कहा कि बादलखोल अभयारण्य नजदीक है इसलिए हाथी कुनकुरी इलाके में पहुंच जाते हैं. रात में आते हैं, रात में ही चले जाते है. वन विभाग के 5 दल ग्राउंड लेवल पर काम कर रहे हैं. प्रत्येक दल में चार-चार कर्मचारी शामिल है.


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