Chhattisgarh News: बलरामपुर में बेरहम शिक्षक ने बच्चे को दी दर्दनाक सजा, पता चलने पर मच गया हंगामा
Chhattisgarh Latest News: बलरामपुर में एक शिक्षक द्वारा चौथी क्लास के बच्चे को ऐसी सजा दी गई जिससे बच्चा घायल हो गया. शिक्षक की क्रूरता ने सभी को हैरान कर दिया.
Balrampur News: छत्तीसगढ़ में बलरामपुर जिले वाड्रफनगर विकासखंड के पोखरा मिडिल स्कूल में पदस्थ शिक्षक की ऐसी क्रूरता सामने आई है. जिसकी हकीकत सुनकर हर कोई दंग है और शिक्षक को कोसने पर मजबूर है. वहीं अब इस मामले में छात्र के परिजनों की शिकायत के बाद शिक्षा विभाग कार्रवाई करने की दलील दे रहा है. दरअसल पूरा मामला प्राइमरी स्कूल पोखरा का है. जहां मिडिल स्कूल के एक शिक्षक ने तैस में आकर कक्षा चौथी में पढ़ने वाले मासूम बच्चे का कान पकड़कर जमीन से ऊपर उठा दिया. जिससे बच्चे के कान से खून बहने लगा और मासूम बुरी तरह घायल हो गया.
जानकारी के मुताबिक भवन जर्जर होने के चलते प्राइमरी और मिडिल स्कूल का संचालन एक साथ मिडिल स्कूल में किया जा रहा है. बताया गया कि घटना के दौरान पीड़ित छात्र स्कूल में पढ़ाई कर रहा था और शिक्षिका पढ़ा रही थी. मासूम छात्र अपनी चंचलता कभी नहीं छोड़ता यह कहावत के तहत बच्चा दीवारों पर अपना नाम लिख रहा था. जिस पर मिडिल स्कूल में पदस्थ हेडमास्टर लक्ष्मी प्रसाद गोस्वामी को अचानक गुस्सा आ गया और पहले तो उक्त शिक्षक ने बच्चे को काफी डांटा. जिसके बाद कान पकड़कर जमीन से ऊपर उठा दिया.
जिला शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक के विरुद्ध कार्रवाई की बात कही
इधर घटना की जानकारी तब लगी जब बच्चा शाम को छुट्टी होने के बाद स्कूल से घर पहुंचा. उसने परिजनों को बताया कि कान में दर्द हो रहा है. परिजनों ने जब देखा कि उसके कान के पीछे घाव बना हुआ है. जिसका कारण पूछने पर बच्चे ने समूचा घटनाक्रम परिजनों को बताया और गुरुवार यानी आज सुबह परिजनों ने स्कूल में पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी अन्य शिक्षकों व विभागीय अधिकारियों को दी. जिसके बाद एबीईओ वाड्रफनगर ने स्कूल पहुंच घटनाक्रम की छानबीन की. शिक्षक के गुस्से का शिकार हुए छात्र के इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक के विरुद्ध कार्रवाई की बात कही है.
डीईओ केएल महिलांगे ने बताया कि पोखरा प्राथमिक शाला में कक्षा चौथी में अध्ययनरत एक बच्चे को मिडिल स्कूल के एक शिक्षक ने कुछ कारणवश (बात या बदमाशी) उसके कान को पकड़कर घुमाया है. जिसके वजह से कान में कुछ परेशानी आई है. इस संबंध ने जांच के लिए निर्देशित कर पूर्ण विस्तृत प्रतिवेदन कार्यालय में प्रस्तुत करने कहा गया है. ताकि उक्त शिक्षक के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई किया जा सके.
इसे भी पढ़ें:
Chhattisgarh: बस्तर में 'जल जीवन मिशन' योजना की गति बेहद धीमी, 25 फीसदी घरों में भी अभी नहीं लगा नल