Balrampur News: राज्य सरकार ने विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं के भू-अर्जन मुआवजे की राशि मे हेर-फेर करने के मामले में जल संसाधन विभाग संभाग (Department of Water Resources) क्रमांक 2 रामानुजगंज के प्रभारी कार्यपालन अभियंता संजय ग्रायकर (Sanjay Grykar) को निलंबित कर दिया है. इससे पहले पूर्व राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने भी बलरामपुर जिले के सिंचाई परियोजनाओं के मुआवजे राशि की गबन का आरोप लगाते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की थी.
लंबे वक्त से मिल रही थी शिकायत
बलरामपुर जिले की सिंचाई परियोजनाएं हमेशा सुर्खियों में बनी रहती है. जिसका सबसे बड़ा कारण मुआवजा राशि में गड़बड़ी का रहा है. जिसकी शिकायतों की एक लंबी फेहरिस्त है. प्रभारी अभियंता संजय ग्रायकर के खिलाफ भी लंबे समय से शिकायत मिल रही थी और तमाम शिकायतों की जांच में विभाग ने पाया था कि साल 2022-23 के विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं की मुआवजा राशि में प्रभारी कार्यपालन अभियंता ने हेर-फेर कर मुआवजा राशि निकालकर भी प्रभावितों को वितरित नहीं किया था. जिसके वजह से प्रभारी कार्यपालन अभियंता को निलंबित कर दिया गया है.
दोषियों के खिलाफ की जाए कार्रवाई
पूर्व राज्य सभा सांसद रामविचार नेताम ने कहा कि मुझे मालूम हुआ कि मुआवजा की राशि निकाल ली गई और उस राशि को इधर-उधर कर भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ा दिया गया. ये सभी बिंदु जांच के विषय हैं. उन्होंने आगे बताया कि प्रशासन से ये मांग करते हैं. चूंकि कलेक्टर उनके अध्यक्ष होते है, उनसे गुजारिश है कि इन सभी बिंदुओं को देखें उसकी उच्च स्तरीय जांच करें और जो भी दोषी अधिकारी कर्मचारी हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई हो.
संजय ग्रायकर को किया निलंबित
बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के बाद बलरामपुर जिले में भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों पर नकेल कसने की मुहिम जारी है. बलरामपुर में सीएम बघेल के कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों ने जल संसाधन विभाग के मुख्य कार्यपालन अभियंता यूएस राम के खिलाफ शिकायत दी थी. इसके बाद उक्त अधिकारी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया था. इसके बाद आज एक और कार्रवाई करते हुए प्रभारी मुख्य कार्यपालन अभियंता संजय कुमार ग्रायकर को भी निलंबित कर दिया गया हैं. इस अधिकारी पर 8 करोड़ से अधिक की राशि का बंदरबांट करने का आरोप लगा.