Gaurella-Pendra-Marwahi News: प्रदेश के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में स्थित छत्तीसगढ़ की सबसे ऊंची पहाड़ियों में से एक राजमेरगढ़ की पहाड़ी पर जमीनों की खरीदी बिक्री पर प्रशासन ने आखिरकार रोक लगा दी है. गौरेला एसडीएम पुष्पेंद्र शर्मा ने आदेश जारी करते हुए अमरकंटक से सटे छत्तीसगढ़ की सीमा में स्थित राजमेरगढ़ में तत्काल प्रभाव से जमीनों की खरीदी बिक्री और नामांतरण पर रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया है.


दरअसल, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला बनने के बाद राजमेरगढ़ में जमीनों की अवैध तरीके से खरीदी बिक्री और कब्जा करना लोगों ने शुरू कर दिया था. गौरेला तहसील के तवाडबरा ग्राम पंचायत के अंतर्गत राजमेरगढ़ की जमीन आती है. जिसमें यहां के बैगाओं को निस्तारी पट्टा जारी किया गया था. इसको किसी को हस्तांतरित नहीं किया जा सकता था, पर गलत तरीके से यहां की जमीनों की रजिस्ट्री हो रही थी.  


इसकी शिकायत 4 जुलाई को गौरेला में भेट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से की गयी थी. जिसमें सीएम ने साफ कह दिया था कि राजमेरगढ़ को माफिया का गढ़ नहीं बनने देंगे. एसडीएम पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि बाहरी लोग जमीन की खरीद बिक्री कर रहे थे. इसलिए यह आदेश जारी किया गया है.


गौरतलब है कि राजमेरगढ़ की पहाड़ी प्रसिद्ध धार्मिक और पर्यटन स्थल अमरकंटक से लगा हुआ है. यही वजह है कि भू-माफियाओं की उक्त पहाड़ी पर नजर गड़ा कर रखे हैं, और फर्जी तरीके से जमीन की खरीद बिक्री कर मोटा मुनाफा कमाने की फिराक में है. लिहाजा, क्षेत्र के कुछ जागरूक नागरिकों द्वारा इसकी शिकायत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित प्रशासनिक अधिकारियों से की गई है. 


वहीं इस पूरे मामले में कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी और प्रशासन के संज्ञान में आने पर तत्काल आदेश जारी किया गया है. ग्राम तवाडबरा तहसील पेंड्रा रोड में तत्काल प्रभाव से जमीनों की खरीद बिक्री और अंतरण पर रोक लगाया गया है. कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देश पर पेंड्रा रोड एसडीएम पुष्पेंद्र शर्मा ने तत्काल प्रभाव से रोक लगाई है.


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