Bastar Lumpy Virus: छत्तीसगढ़ के बस्तर में लंपी वायरस की दस्तक, दो दिनों में 17 मवेशी मिले पॉजिटिव
Lumpy Virus in Bastar: छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के मसगांव, करकापाल और साढ़गुड़ इलाके में 17 मवेशियों में लंपी वायरस मिलने की पुष्टि हुई है. साथ ही उनका इलाज भी शुरू कर दिया गया है.
Bastar Lumpy Virus News: देश मे 15 राज्यो के साथ छत्तीसगढ़ में भी मवेशियों में होने वाली लंपी वायरस ने दस्तक दे दी है. खासकर बस्तर जिले में लंपी वायरस का भारी प्रकोप देखने को मिल रहा है. पिछले दो दिनों तक हुए जांच में जिले के अलग-अलग इलाके से करीब 17 मवेशियों की लंपी वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. लंपी वायरस के लक्षण दिखने के बाद इधर पशु चिकित्सा विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है. वहीं विभाग ने पूरे जिले में तेजी से टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया है.
दरअसल इस लंपी वायरस से पूरे देश में सैकड़ों मवेशियों की मौत हो चुकी है. जिसके चलते बस्तर के किसान भी काफी भयभीत हैं. ऐसे में किसान पशु चिकित्सा विभाग से मवेशियों की तुरंत इलाज की गुहार लगा रहे हैं. वहीं इस वायरस की पुष्टि होने के बाद बस्तर कलेक्टर ने भी पामेला में लगने वाले संभाग के सबसे बड़े पशु बाजार के साथ गांव गांव में लगने वाले पशु बाजार को भी बंद करने के निर्देश दिए हैं.
17 मवेशियों में मिलने की हुई पुष्टि
पशु चिकित्सा विभाग से मिली जानकारी मुताबिक बस्तर जिले के मसगांव, करकापाल और साढ़गुड़ इलाके में 17 मवेशियों में लंपी वायरस मिलने की पुष्टि हुई है. इसके बाद इन सभी मवेशियों को आइसोलेट कर दिया गया है. साथ ही मवेशियों के मालिकों को भी खास सावधानी बरतने को कहा गया है. पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी ने कहा कि टीकाकरण ही इस लंपी वायरस से बचने का समाधान है. विभाग के पास क्वॉरेंटाइन कर इलाज करने की व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा कि पूरे जिले के किसानों को अलर्ट करके रखा गया है. साथ ही सभी ब्लॉक में स्थित पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को भी लंपी वायरस के मामले मिलने पर तत्काल सूचना देने को कहा गया है. फिलहाल अब तक जिले में 17 मवेशी में लंपी वायरस से संक्रमित मिले हैं. उनका इलाज भी शुरू कर दिया गया है.
ऐसे होते हैं लंपी वायरस के लक्षण
इसके अलावा पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लंपी वायरस के लक्षण में लगातार बुखार आना, वजन कम होना, लार निकलना ,आंख और नाक का बहना, दूध का कम होना ,शरीर पर चकत्ते जैसी गांठे बन जाना शामिल है. साथ ही शरीर पर अलग-अलग तरह के नोड्यूल दिखाई देना भी इसका मुख्य लक्षण हैं. फिलहाल विभाग के अधिकारियों ने बस्तर जिले के सभी किसानों से अपील की है कि अगर उनके मवेशियों में इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं, तो उनको बाकी मवेशियों से अलग कर दिया जाए. साथ ही इसकी सूचना तत्काल पशु विभाग को दें.
बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार ने भी कहा कि जितने मवेशियों में लंपी वायरस मिला है, उन्हें आइसोलेट कर ट्रीटमेंट करने के निर्देश दिए गए हैं. सभी मवेशियों की जांच अलग से करने की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि बस्तर के सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखने के साथ मवेशियों के टीकाकरण अभियान में तेजी लाने को कहा गया है.