Chhhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर (Bastar) संभाग में भी भीषण गर्मी ने अपना कहर बरपा रखा है. तेज धूप और उमस से लोग परेशान हैं. खासकर बस्तर संभाग के सुकमा, बीजापुर और बस्तर में भीषण गर्मी का प्रकोप देखा जा रहा है. बस्तर संभाग में अधिकतम तापमान 38 डिग्री से बढ़कर 40 डिग्री तक पहुंच गया है.


आने वाले दिनों में और बढ़ेगा तापमान


अप्रैल महीने के शुरुआत के साथ ही मई महीने के लू जैसे हालात देखने को मिल रहे हैं, इधर बढ़ती गर्मी के वजह से इसका असर लोगों की सेहत में भी पड़ रहा है और बड़ी संख्या में लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं और बीमार हो रहे हैं. मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक आने वाले दिनों में और अधिक तापमान बढ़ सकता है और बस्तर वासियों को इससे ज्यादा तेज धूप और गर्मी का सामना करना पड़ सकता है.


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 लू के चपेट में आ रहे बस्तरवासी


छत्तीसगढ़ के बस्तर को सबसे ठंडा इलाका माना जाता है. साल 12 महीने इस क्षेत्र में घने जंगल होने की वजह से गर्मी के मौसम में भी लोगों को राहत मिलने की बात कही जाती है, लेकिन पिछले कुछ सालों से अब बस्तरवासी भी भीषण गर्मी और तेज धूप की चपेट में आ रहे हैं. मार्च महीने के अंत से ही बस्तर संभाग के सातों जिलों में गर्मी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है.


लगातार गर्मी का प्रकोप बढ़ते ही जा रहा है और मार्च के अंतिम दिनों और अप्रैल महीने की शुरुआत के साथ ही बस्तर संभाग के खासकर 4 जिले जिसमें बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा और बस्तर जिले में अधिकतम तापमान  41 डिग्री तक पहुंच गया है, और लोगों का इस भीषण गर्मी से हालत खराब हो चुका है.


सुबह 10 बजे से पड़ने वाले तेज धूप ने लोगों की सेहत पर भी असर डाला है. लगातार शहर के निजी और सरकारी अस्पतालों में इस तेज गर्मी की चपेट में आने से मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है और उन्हें वायरल फीवर के साथ लू की भी शिकायत हो रही है. फिलहाल मौसम वैज्ञानिक ने आने वाले कुछ दिनों में अधिकतम 43 से 44 डिग्री तक तापमान पहुंचने का अनुमान लगाया है, साथ ही इस तेज गर्मी से बचने के लिए हिदायत दी है.


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