Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बस्तर में भी कोरोना की तीसरी लहर ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं और लगातार जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. ऐसे में रोजाना दर्जनों लोग अपना आरटीपीसीआर टेस्ट कराने के लिए अलग-अलग जगहों पर आ रहे हैं. लेकिन जांच के दौरान इन सैम्पलों को एकत्रित करने के बाद मेडिकल कॉलेज डिमरापाल अस्पताल के लैब लाया जा रहा है. यहां पर सही समय पर सैम्पल की जांच नहीं हो पा रही है. ऐसे में अस्पताल के लैब में तीन हजार के लगभग जांच पेंडिंग में है. जिससे लोग अपने रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. यहां पर केवल छह लोगों के भरोसे ही सैंपलों की जांच की जा रही है.


रिपोर्ट के इंतजार में घर नहीं जा रहे लोग
बस्तर में भी कोरोना की तीसरी लहर के वापस आने की संभावना बढ़ती जा रही है. जिले में मरीजो की संख्या में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है. समय पर रिपोर्ट नहीं मिल पाने के कारण जहां कई लोग अपने ट्रेवल्स को पूरा नहीं कर पा रहे हैं. तो कई लोगों को सही समय पर रिपोर्ट नहीं मिल पाने के कारण अपने घर नहीं जा पा रहे हैं. साथ ही रिपोर्ट का इंतजार करते घर में ही समय बिता रहे है. बस्तर संभाग में केवल मेकाज में ही आरटीपीसीआर रिपोर्ट दिया जा रहा है. जिसके चलते बीजापुर, नारायणपुर, सुकमा, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, कांकेर, बस्तर के अन्य जगहों से कोरोना सैंपल जमा किए जा रहे हैं. रिपोर्ट के लिए उन्हें 48 घंटे का समय दिया जाता है, लेकिन पिछले सप्ताह भर से सही समय पर रिपोर्ट नहीं मिल पा रहा है.


तीन हजार से ज्यादा पेंडिंग है जांच
अस्पताल प्रबंधन और मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों का कहना है कि लैब में स्टाफ की कमी के चलते वर्क लोड ज्यादा बढ़ गया है. ऐसे में जो बचे स्टाफ है उन्हीं से लगातार काम कराया जा रहा है. सैंपल ज्यादा होने के कारण समय पर रिपोटिंग नहीं हो पा रही है. अधिकारियों ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में जगदलपुर के अलावा सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर और अन्य जगहों से सैंपल आ रहे हैं. ऐसे में डिमरापाल ही एक ऐसा अस्पताल है जहां आरटीपीसीआर के द्वारा कोरोना जांच की जाती है. वहीं इस मामले में मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ यूएस पैकरा का कहना है कि अभी तीन हजार से ज्यादा सैंपल पेंडिंग हैं और लगातार अस्पताल में स्टाफ की कमी बनी हुई है. हालांकि कोशिश की जा रही है कि जांच के बाद 3 दिनों में रिपोर्ट मिल सके. लेकिन बीते सप्ताह भर से कोरोना जांच कराने वाले मरीजो को रिपोर्ट नहीं दी जा रही है. वहीं लगातर हर रोज कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है.


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