Bastar News: छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के नगरनार में निर्माणाधीन एनएमडीसी स्टील प्लांट प्रबंधन के खिलाफ भू प्रभावितों ने मोर्चा खोल दिया है. एक बार फिर से नौकरी की मांग को लेकर इन परिवार  की महिलाएं अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गई है. यह सभी महिलाएं एनएमडीसी प्लांट के गेट नंबर एक के सामने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं. उनकी मांग है कि जब तक उनके परिवार के सदस्य या उन्हें नौकरी नहीं मिल जाती तब तक वह आंदोलन में बैठे रहेंगी.

महिलाओं  का कहना है कि स्टील प्लांट के लिए जमीन अधिग्रहण करने के दौरान एनएमडीसी प्रबंधन ने वादा किया था कि सभी भू प्रभावित परिवार में एक-एक सदस्य को प्लांट में योग्यता के अनुसार नौकरी दी जाएगी, लेकिन अब प्लांट पूरी तरह से तैयार है और कुछ महीनो में इसका शुभारंभ भी होने वाला है, ऐसे में अब तक 72 भू प्रभावित परिवार है, जिन्हें  प्लांट में नौकरी नहीं दी गई है.

लंबे समय से नौकरी देने की कर रहे मांग 
नगरनार की भू प्रभावित महिला शांति ठाकुर ने बताया कि एनएमडीसी ने बस्तर जिले के  नगरनार में स्टील प्लांट स्थापित करने के लिए ग्रामीणों की जमीन का अधिग्रहण किया था और पुनर्वास के लिए मुआवजा  राशि के साथ ही भू प्रभावित परिवार के एक-एक सदस्य को प्लांट में नौकरी देने की  बात कही गई थी.  कुछ लोगों को तो प्लांट में नौकरी दी गई, लेकिन और भी जो पात्र लोग हैं अब उनका एनएमडीसी प्रबंधन नामांकन जमा करने की अनुमति नहीं दे रहा है.

'भूख हड़ताल रहेगा जारी'
इन परिवारों में महिलाएं और अन्य सदस्य है जो नौकरी के लिए नामांकन जमा करना चाहते हैं, लेकिन एनएमडीसी प्रबंधन ने नौकरी देने से मना कर दिया है, जिससे भू प्रभावित परिवार के सदस्यों में इस फैसले को लेकर एनएमडीसी प्रबंधन के खिलाफ काफी नाराजगी है. इसी के चलते भू प्रभावित परिवार के सभी महिला सदस्यों ने भूख हड़ताल पर बैठने का मन बना लिया है. उनका अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल जारी है. महिलाओं का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक वे क्रमिक रूप से भूख हड़ताल पर डटे रहेंगी.

नौकरी के लिए नामांकन जमा करने से किया मना 
इधर अन्य भू प्रभावित सदस्यों का कहना है कि इस मांग को लेकर उन्होंने कई बार एनएमडीसी महाप्रबंधक और एनएमडीसी मुख्यालय हैदराबाद में बैठे अधिकारियों को यहां के प्रबंधक के माध्यम से ज्ञापन भी सौपा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. हमेशा से ही नौकरी देने का आश्वासन मिलता रहा है. इससे पहले भी इस मांग को लेकर भू प्रभावित परिवार के सदस्यों के द्वारा आंदोलन किया गया था.

जिसके बाद उन्हें आश्वासन तो दिया गया था, लेकिन अब जब नौकरी के लिए नामांकन जमा किया जा रहा है तो एनएमडीसी प्रबंधन नामांकन लेने में आनाकानी कर रहा है. नौकरी नहीं देने की बात कह रहा है, भू प्रभावित परिवार के सदस्यों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी और अन्य राजनीतिक दलों से भी इस आंदोलन में समर्थन देने की मांग की है. वहीं इस मामले में एनएमडीसी प्रबंधक की ओर से अब तक कोई बयान सामने नहीं आया है.


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