Bastar Operation Monsoon: बारिश का मौसम आते ही छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सली पूरी तरह से सक्रिय हो जाते हैं. इस दौरान नक्सली अपने ठिकाने बदलने के साथ ही फोर्स को नुकसान पहुंचाने के लिए कई तरह के पैंतरे आजमाते  हैं. बरसात के मौसम में जब नदी नाले उफान पर रहते हैं तब नक्सली जवानों पर हमला कर घने जंगलों में गुम हो जाते हैं. मानसून के दौरान पुलिस फोर्स को काफी नुकसान उठाना पड़ता है, लेकिन अब स्थिति बदल रही है. ठंड और गर्मी के मौसम के साथ ही अब मानसून में भी नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन लॉन्च करने की बात बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने कही है.


हाल ही में हुए 3 राज्यों के पुलिस के आला अधिकारियों की बैठक में ज्वाइंट ऑपरेशन चलाने का निर्णय लिया गया है. आईजी का कहना है कि इससे पहले भी बीते 2 सालों में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन मानसून चलाया गया, जिसमें पुलिस को सफलता भी मिली. वही इस साल 3 राज्यों के जवानों के द्वारा संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाया जाएगा और नक्सलियों के ठिकानों पर दबिश देकर बड़े नक्सली लीडरों को टारगेट किया जाएगा.


तीनों राज्यों की पुलिस चलाएगी ज्वाइंट ऑपरेशन
इस साल मानसून में पुलिस फोर्स नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन लांच करने वाली है. आने वाले कुछ दिनों में बस्तर पुलिस तेलंगाना, उड़ीसा राज्य के जवानों के साथ संयुक्त रूप से ऑपरेशन मानसून लॉन्च करेगी. बस्तर आईजी सुंदरराज पी से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ सालों से नक्सली बस्तर में बैकफुट पर हैं. 12 महीनो नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे. ऑपरेशन के चलते नक्सली पिछले कुछ सालों में बड़ी वारदात को अंजाम देने में विफल साबित हुए हैं. हालांकि अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए छिटपुट घटनाओं का अंजाम दे रहे हैं, लेकिन इन घटनाओं को भी पूरी तरह से रोकने पुलिस ऑपरेशन मानसून लांच कर रही है. 


इस ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों के मांद  में घुसकर उनके ठिकानों में दबिश दी जाएगी. आईजी ने कहा कि मानसून में नक्सली अपना ठिकाना बदलते हैं और बारिश और डुबान क्षेत्र से बचने के लिए मूवमेंट करते रहते हैं. ऐसे में जवानों की कोशिश होगी कि नक्सलियों की हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए अपने मुखबिरों को सतर्क करने के साथ आक्रामक तरीके से नक्सलियों पर हमला करेंगे. आईजी का दावा है कि फोर्स की बदली रणनीति नक्सलियों पर भारी पड़ेगी और इससे नक्सलियों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. हालांकि इससे पहले स्थानीय नक्सलियों को सरेंडर करने के लिए लगातार गांव-गांव में जवानों के द्वारा अपील की जा रही है, लेकिन वहीं बाहरी नक्सलियों का और दलम के बड़े लीडरों को इस ऑपरेशन मानसून में टारगेट किया जाएगा और उनके ठिकाने पर पुलिस के जवानों के द्वारा दबिश दी जाएगी.


बीते 2 सालों में ऑपरेशन मानसून के दौरान मिली कामयाबी
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने जानकारी देते हुए बताया कि ऑपरेशन मानसून के दौरान साल 2021 में 35 नक्सलियों के सरेंडर करने के साथ ही 15 से अधिक नक्सलियों को गिरफ्तार किया था. इसके अलावा तेलंगाना उड़ीसा और बस्तर में 6 हार्डकोर नक्सलियों को ऑपरेशन मानसून के दौरान मार गिराया था. इसके अलावा 2022 में भी बस्तर पुलिस को सफलता मिली थी और 40 से अधिक नक्सलियों ने सरेंडर करने के साथ ही 20 से अधिक नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया था. वहीं DRG   के जवानों ने 5 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया था. आईजी का दावा है कि इस बार भी ऑपरेशन मानसून में जरूर पुलिस के जवानों को सफलता मिलेगी और बस्तर के सीमावर्ती इलाकों के साथ ही नक्सलियों का गढ़ कहे जाने वाले इलाकों में नक्सलियों को बैकफुट पर लाने जवानों को जरुर कामयाबी मिलेगी. फिलहाल जल्द ही ऑपरेशन लांच करने की बात बस्तर के आईजी ने कही है.


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