Chhattisgarh News: बचपन का प्यार अपडेट वर्जन मोहरी बाजा की धुन पर झूमते नजर आए लोग, सोशल मीडिया में जमकर हो रहा वीडियो वायरल
Chhattisgarh News: बचपन का प्यार गाना एक बार फिर सोशल मीडिया में फेमस हो रहा है, दरअसल बस्तर के पारंपरिक मोहरी बाजा की धुन पर आदिवासी नृत्य करते नजर आए, इस लेटेस्ट वर्जन की हर कोई तारीफ कर रहा है.

Bastar Trible News: "जाने मेरी जानेमन बचपन का प्यार मेरा भूल नहीं जाना रे" इस गाने से पूरा भारत रूबरू होगा. इस गाने पर सैकड़ो लोगों ने रील्स बनाया. यहां तक कि देश के मशहूर सिंगर रैपर बादशाह ने भी इस पर एलबम सॉन्ग बनाया था. इस गाने को नक्सल प्रभावित सुकमा जिले के सोशल मीडिया फेम सहदेव दिरदो ने गाया था. इस गाने ने सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर जमकर धूम मचाया था.
एक बार फिर से इसी गाने की धून पर आदिवासियों के थिरकने का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है. दोबारा यह गाना एक बार फिर से फेमस हो रहा है, क्योंकि इस गाने की धुन को बस्तर की पारंपरिक वाद्य यंत्र मोहरी बाजा में बजाया जा रहा है, बस्तर के स्थानीय निवासी इस धुन को बचपन का प्यार गाने का अपडेट वर्जन बता रहे हैं और जमकर थिरक रहे हैं.
सामूहिक रूप से आदिवासियों ने किया नृत्य
छत्तीसगढ़ का बस्तर एक आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है,और बस्तर के आदिवासी अपनी कला, संस्कृति, वेशभूषा और खानपान की वजह से पूरे भारत देश और विश्व में भी एक अलग पहचान बना चुके हैं,और यहाँ के आदिवासियो की मोहरी बाजा की धुन भी काफी प्रसिद्ध है, बस्तर के ग्रामीण अंचलों में रहने वाले आदिवासी हमेशा से ही मोहरी बाजा के धुन पर सामूहिक नृत्य करते नजर आए हैं जो बस्तर के आदिवासियों की परंपरा भी है, लेकिन अब बस्तर के सोशल मीडिया फेम सहदेव के गाने की चाहत इतनी बढ़ गई है कि आदिवासी भी अपने वाद्य यंत्र में "बचपन का प्यार मेरा भूल नहीं जाना रे" गाना को बजा रहे हैं और इस गाने पर बड़े ही उत्साह के साथ आदिवासी युवक, युवतियां, महिला, पुरुष, बच्चे सभी वर्ग के लोग सामूहिक नृत्य करते नजर आ रहे हैं.
सामूहिक नृत्य किसी प्रकार के उत्सव में करते हैं
एक दूसरे के हाथ को पड़कर लंबी लाइन बनाकर एक तरह की स्टेप में नृत्य करते नजर आ रहे हैं. दरअसल बस्तर के आदिवासी ऐसा सामूहिक नृत्य किसी प्रकार के उत्सव में करते हैं, शादी ब्याह में भी इसी तरह का डांस बस्तर के आदिवासी करते हैं और यह वीडियो भी बस्तर जिले के अंदरूनी गांव में लगने वाले मंडई मेले का है, जिसमें बड़े ही उत्साह के साथ "जाने मेरी जानेमन बचपन का प्यार मेरा भूल नहीं जाना रे" गाने की धुन को बस्तर के स्थानीय आदिवासी कलाकार बजा रहे थे और आदिवासी इसमें झूम उठे.
ऐसे हुआ था बचपन का प्यार गाना फेमस
गौरतलब है कि कुछ साल पहले सुकमा जिले के उरमापाल निवासी सहदेव दिरदो ने स्कूल के एक कार्यक्रम में बचपन का प्यार गाना गाया था और स्कूल के टीचर ने अपने मोबाइल फोन में उसका वीडियो बनाया और सोशल मीडिया में वायरल कर दिया. इसके बाद यह वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल होने लगी, और लाखों लोग इस पर रिल्स भी बनाने लगे, वीडियो इतना वायरल हुआ कि बॉलीवुड के मशहूर सिंगर और रैपर बादशाह तक पहुंच गया.
बॉलीवुड के मशहूर सिंगर बादशाह ने मोबाइल फोन के माध्यम से सहदेव को मुंबई बुलाया. और उसके साथ एक एल्बम की रिकॉर्डिंग की, इसके बाद बस्तर का सहदेव सेलिब्रिटी बन गया, वहीं अब उसके गाये हुए गाने को लेकर एक बार फिर से मोहरी बाजा की धुन फेमस हो रही है और इस मोहरी बाजा में जमकर लोग थिरक रहे हैं.
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