Chhattisgarh News: बिजली बिल जमा करने और विद्युत कनेक्शन विच्छेद करने संबंधित फोन कॉल या मैसेज आपके पास भी पहुंचता है, तो सावधान हो जाएं. इस तरह के कॉल और मैसेज से साइबर अपराधी बिजली उपभोक्ताओं को ठगने का प्रयास कर रहे हैं. इस तरह की घटनाओं से बिजली वितरण कंपनी भी सतर्क हो गई है. कंपनी ने उपभोक्ताओं को साइबर अपराधियों से सावधान रहने कहा है. छत्तीसगढ़ राज्य बिजली वितरण कंपनी द्वारा लगातार उपभोक्ताओं को अलर्ट किया जा रहा है.
उपभोक्ताओं को बताया जा रहा है कि कंपनी के संदेश की पहचान कैसे करें. कंपनी द्वारा अलर्ट करते हुए कहा गया है कि किसी मोबाइल नंबर पर बिजली बिल जमा न करें. अंजान व्यक्ति, संस्था आदि को मोबाइल नंबर न दें. सीएसपीडीसीएल के अधिकृत भुगतान केन्द्रों में बिल जमा कर रसीद अवश्य लें. कंपनी की अधिकृत वेबसाइट, मोर बिजली ऐप सहित अन्य यूपीआई से बिजली बिल का कैसलेश भुगतान करने की सलाह भी दी गई है.
बरतें सावधानी
बताया जा रहा है कि ठगराज में बिजली काटने की कार्रवाई का झांसा देते हुए उपभोक्ताओं को डराया जाता है. यह अज्ञात साइबर ठगों की करतूत हैं. ठगों के बताए लिंक पर क्लिक करते ही उपभोक्ता ठगी के शिकार हो सकते हैं. छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी अपने उपभोक्ताओं को इस प्रकार के एसएमएस नहीं भेजती है. इसके अलावा उपभोक्ता शंका और समस्या होने पर कंपनी के टोल फ्री नंबर 1912 पर संपर्क कर अपने संदेह का समाधान भी कर सकते हैं. उपभोक्ताओं की सावधानी से ही ठग उनसे ठगी नहीं कर पाएंगे.
उपभोक्ताओं के डर का उठाते हैं फायदा
इसके लिए कंपनी द्वारा डिजिटल माध्यम से अलर्ट किया जा रहा है. साथ ही विभागीय कार्यालयों में भी उपभोक्ताओं को इस तरह ठगों के झांसे में न आने के लिए सतर्क रहने को कहा जा रहा है. उपभोक्ताओं को बिजली कनेक्शन काटने का डर दिखाकर ये ठग उसे अपने झांसे में लेते हैं. कम जानकार उपभोक्ता ठगों के झांसे में आसानी से आ जाते हैं. वो बिजली कनेक्शन कटने के डर में ठगों द्वारा बताए गई प्रक्रिया को पूरा कर लेते हैं और ठगी शिकार हो जाते हैं, जबकि विद्युत वितरण विभाग द्वारा बकाया वसूली और कनेक्शन विच्छेद अभियान से पहले बकायदा घर-घर पहुंचकर उपभोक्ताओं को बिल जमा करने कहा जाता है. साथ ही अन्य माध्यमों से सूचित भी किया जाता है.
इस तरह करते हैं ठगी
ठगों द्वारा स्पैम एसएमएस के माध्यम से उपभोक्ताओं को शिकार बनाया जाता है. इसमें उपभोक्ताओं को सूचित किया जाता है कि उनका बिल भुगतान अपडेट नहीं हुआ है. संदेश में उपभोक्ताओं को किसी मोबाइल नंबर पर संपर्क करने को कहा जाता है. इस पर संपर्क करने वाले उपभोक्ताओं को ऐप डाउनलोड करने की सलाह दी जाती है. ऐप को डाउनलोड करने पर उपभोक्ताओं का मोबाइल हैक हो सकता है. उन्हें वित्तीय नुकसान भी हो सकता है, जबकि वितरण कंपनी द्वारा विभागीय अधिकृत वेबसाइट बनी हुई है. साथ ही राज्य सरकार द्वारा मोर बिजली ऐप की सुविधा भी दी गई है. उपभोक्ताओं को ऐसे फोन कॉल और मैसेज को अनदेखा करने की सलाह दी जाती है.