Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग में बीते दो सालों से कोरोना संक्रमण के बाद इस साल गणेश उत्सव की धूम देखने को मिलेगी. देश में गणेश उत्सव के लिए तैयारियां जोरों पर है. ऐसे में छत्तीसगढ़ के भिलाई में गणेश उत्सव की रंगत बेहद भव्य होने जा रहा है. भिलाई के बहुचर्चित सेक्टर 2 का गणेश पंडाल में "ब्रेकिंग न्यूज" की थीम पर बप्पा का दरबार सज रहा है.
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में हर बार की तरह इस बार भी भिलाई में गणेश पंडाल में कुछ अलग थीम में पंडाल तैयार किया जा रहा है. भिलाई के सेक्टर 2 न्यू आजाद गणेश उत्सव समिति ने इस बार गणेश के पंडाल को पत्रकारों की काम पर आधारित ब्रेकिंग न्यूज़ की थीम पर तैयार किया जा है. बप्पा के दरबार में शहर के बेस्ट पत्रकारों के बेस्ट खबरों की झलकियां देखने को मिलेगी. ऐसा पूरे छत्तीसगढ़ में पहली बार हो रहा है.जहां गणेश पंडाल एक विशेष खबरों की थीम पर बनाया जा रहा है.
तीन क्विंटल पेपर से और चालीस कारीगर तैयार कर रहे हैं पंडाल
न्यू आजाद गणेश उत्सव समिति सेक्टर 2 के अध्यक्ष जे. श्रीनिवास राव ने बताया कि इसे बनाने में 50 लाख रुपए से अधिक की राशि खर्च हो रही है. इस तरह की ब्रेकिंग न्यूज़ थीम का गणेश पंडाल छत्तीसगढ़ में पहली बार बनाया जा रहा है. इस पंडाल की खास बात यह रहेगी की यहां एक न्यूज गैलरी भी तैयार की जाएगी. इसमें भिलाई के पत्रकारों की बेस्ट खबरों की झलकियां देखने को मिलेगी. इसे बनाने के लिए कोलकाता से 40 कारीगर पिछले दो महीने से करीब 3 क्विंटल अख़बार के पन्नों से और 200 फिट रबर शीट के अलावा प्लाई पट्टी 130, 200 टोकरी बांस से गणेश पंडाल को भव्यता देने में लगे है.
ब्रेकिंग न्यूज़ थीम पर बना है पंडाल
कलकत्ता से आए कारीगर सुजीत आदक ने बताया कि ब्रेकिंग न्यूज की थीम पर पंडाल बना रहे हैं. उन्होंने कोरोना काल में देखा कि लोगो घर के अंदर बंद थे लेकिन न्यूज चैनल और समाचार पत्रों के लोगो अपनी जान की परवाह किए बिना लोगो तक न्यूज पहुंचते रहे. जिसके बाद ब्रेकिंग न्यूज़ थीम को पंडाल के माध्यम से लोगो को संदेश देने के लिए पहली बार इस थीम को तैयार किया जा रहा है.
पंडाल में 10 फीट की होगी गणेश जी की प्रतिमा
समिति अध्यक्ष जे श्रीनिवास राव ने बताया कि कोरोना काल की वजह से भिलाई में आयोजन नहीं हो पाए थे. इसलिए इस बार भव्य रूप से आयोजन कर रहे हैं. भक्तों को भगवान सिद्दी विनायक के दर्शन होंगा. मूर्ति की साइज 10 फीट है. जिसे थनौद के मूर्तिकार राधेश्याम द्वारा तैयार किया जाएगा. जिसकी लागत करीब डेढ़ लाख की है. यह पंडाल पूरी तरह से वातानुकूलित रहेगा. रोज अलग-अलग विषय पर झांकी निकाली जाएगी. कलाकार देवी-देवताओं का रूप धारण करके झांसी की प्रस्तुति दी जाएगी.