Raipur News: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी द्वारा राज्य सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर मानसून सत्र के आखिरी दिन रात तकरीबन 1 बजे तक बहस चली. लंबी बहस के बाद आखिरकार बीजेपी का अविश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से गिर गया.


इस गरमा-गरम बहस के दौरान बीजेपी ने भूपेश बघेल सरकार पर उसकी अंदरूनी लड़ाई, कथित भ्रष्टाचार और चुनावी वादे पूरे नहीं किए जाने को लेकर निशाना साधा. वहीं सरकार ने अपना पक्ष रखते हुए कहा विपक्ष किसी ठोस मुद्दे के साथ अविश्वास प्रस्ताव को पेश करने में विफल रहा है और आखिरकार तमाम तरह के सवाल-जवाब के बाद अविश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से खारिज हो गया.


बीजेपी ने कई बिंदुओं पर राज्य सरकार को घेरा


दरअसल बुधवार दोपहर 12 बजे से अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई.इसके बाद बीजेपी विधायकों ने सदन राज्य सरकार को जमकर घेरा. कानून व्यवस्था मंत्री टी एस सिंहदेव के एक विभाग से इस्तीफा, किसानों के लिए खाद बीज, रेत माफिया, रोजगार और शिक्षा स्तर समेत कई बिंदुओं पर बीजेपी ने सदन में चर्चा की. वहीं देर रात मुख्यमंत्री ने विपक्ष के जवाब देते हुए कहा कि हमारी सरकार गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का स्लोगन लेकर चल रही है.


विपक्ष के आरोपों पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का जवाब


मुख्यमंत्री भूपेश ने विपक्ष को जवाब देते हुए सदन में कहा कि  हमने किसानों , राज्य के लोगों का भला करने के लिए क़र्ज़ लिया. हम व्यक्ति को केंद्र में रखकर योजना बना रहे हैं. स्वास्थ्य, शिक्षा , रोज़गार, सुपोषण को ध्यान में रखकर काम कर रहे हैं. सीएम ने कहा कि हमने दो वर्ष कोरोना के बावजूद शिक्षा, रोज़गार के अवसर उपलब्ध कराए. हर घर को नल से जल देने की योजना है. हम पहले जल की व्यवस्था कर रहे हैं.


नरवा प्रोजेक्ट के जरिए जल संरक्षण कर रहे हैं ताकि सतही जल का उपयोग हो सके. हमने हाट बाज़ार क्लिनिक योजना शुरू की और शहर में स्लम स्वास्थ्य योजना बनाई. आज पूरे प्रदेश में आत्मानंद स्कूल की मांग है. बघेल ने कहा कि नक्सली समस्या हमें विरासत में मिली थी लेकिन अब राजनांदगांव, राझरा, अंतगढ़ और नारायणपुर गांव में सड़कें बन रही है, विकास हो रहा है, जिसके कारण अब नक्सली पलायन कर रहे हैं.


एमएसपी पर खरीदेंगे किसानों से धान


सीएम बघेल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भले ही हमें केंद्र से राशि मिले या न मिले. हम किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदेंगे. उन्होंने कहा कि हमने खेती तो लाभकारी बनाया है, जिससे अब किसान फिर से खेती की ओर मुड़ रहे हैं.


काम करने में त्रुटि हो सकती है नीयत में कोई खोट नहीं


कोयला खदान को लेकर मुख्य्मंत्री ने सदन में बताया कि  राज्य कि 58 में से 52 कोयला खदानें SECL के पास हैं, अनियमितता का पता चलते ही हमने कार्यवाही की है. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि काम करते समय त्रुटि हो सकती है , लेकिन हमारी नीयत में कोई खोट नहीं है. उन्होंने कहा कि हम आदिवासी कला, आदिवासी संस्कृति को सुरक्षित और संरक्षित करने का कार्य कर रहे हैं.


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