(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Steel Plant Blast: दुर्ग के रायपुर स्टील प्लांट की भट्ठी में भीषण धमाका, एक मजदूर की मौत, दो बुरी तरह झुलसे
Durg Steel Plant Blast: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक स्टील प्लांट में भयानक हादसा हुआ है जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई. यहां भट्ठी में अचानक ब्लास्ट हुआ और मजदूरों को संभलने का मौका नहीं मिला,
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग (Durg) जिले के रायपुर स्टील प्लांट ( Raipur Steel plant)में बड़ा धमाका हुआ है. इस ब्लास्ट (Blast) में एक मजदूर की मौके पर मौत हो गई और 2 मजदूर बुरी तरह से झुलस गए हैं. घायल मजदूरों को भिलाई के सेक्टर 9 स्थित हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. ब्लास्ट दुर्ग जिले के रसमढ़ा औद्योगिक क्षेत्र के रायपुर स्टील प्लांट में हुआ है. घायल मजदूरों से मिलने के लिए परिजन हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं.
दरअसल शनिवार रात को फैक्ट्री में लोहा पिघलाने का काम चल रहा था. वहां 100 से अधिक मजदूर काम कर रहे थे. इसी दौरान भट्ठी में अचानक ब्लास्ट हुआ. इससे गर्म लोहा क्रेन ऑपरेट कर रहे एक मजदूर पर छिटक गया. इसके कारण मजदूर की मौत हो गई. इसके आलावा वहां पर काम करने वाले 2 मजदूर बुरी तरह से झुलस गए हैं. हादसे की जानकारी लगते ही मजदूरों के परिजन हॉस्पिटल पहुंचे हैं. हादसे की लेकर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.
ब्लास्ट के बाद झुलसे मजदूर हॉस्पिटल में रोने लगे
जिस मजदूर की मौत हुई है उसकी पहचान खेमलाल साहू के रूप में हुई है. वहीं, दूसरा मजदूर देवेंद्र कुमार साहू 50 प्रतिशत तक झुलस गया है. इसके अलावा एक मजदूर का पैर कट गया है. घायल मजदूर देवेंद्र साहू के पिता मुरलीधर साहू ने कहा कि 6 से 7 बजे के आसपास ब्लास्ट के बारे में पता चला है. कंपनी की तरफ से फोन आया था कि घटना में वे झुलस गए हैं. अस्पताल आने के बाद पता चला कि बेटा 50 प्रतिशत झुलस गया है. रोते हुए पिता ने कहा कि हमें कुछ नहीं चाहिए हमारा बेटा बस बच जाए.
कंपनी प्रबंधन ने 15 लाख रुपए की सहायता राशि दी
रायपुर स्टील प्लांट की तरफ से बयान आया है कि उन्होंने बताया कि शनिवार रात 11:45 बजे 20 टन की भट्ठी ब्लास्ट हुई है. इनमें दो झुलस गए हैं और एक की मौत हो गई है. जिनकी मौत हुई है वो कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी हैं. इसके बावजूद कंपनी द्वारा 15 लाख रुपए का चेक और 50 हजार रुपए नकद सहायता दी गई है. पूरी कंपनी परिवार के साथ खड़ी है. कंपनी में हर समय एंबुलेंस तैनात रहती है.60 से 70 लोगों की सिक्योरिटी टीम है. सेफ्टी इंचार्ज है. हादसे की जानकारी लगते ही तत्काल हॉस्पिटल भेजा गया.
अब भी उठाए जा रहे हैं ये सवाल
फैक्ट्री में इतना बड़ा ब्लास्ट हुआ लेकिन इसकी जानकारी किसी को नहीं दी गई. अब सवाल उठा रहे हैं कि आखिर इतना बड़ा ब्लास्ट कैसे हो गया. ब्लास्ट के पीछे क्या कारण है, अब तक इसकी जानकारी नहीं लग पाई है. क्या लोहा पिघलाने का काम बिना एक्सपर्ट टेक्निशियन और इंजीनियर के किया जा रहा था? हालांकि पुलिस कहा रही है कि ब्लास्ट में कारण का पता लगाया जा रहा है.
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