Bijapur News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर जिले (Bijapur) में 300 से अधिक डायरिया (Diarrhea) के मरीज मिलने से स्वास्थ विभाग में हड़कंप मच गया हैं. इस समय जिले के करीब 15 गांव के लोग डायरिया के चपेट में है. जबकि गांव-गांव में डायरिया का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. शुरुआती तौर पर पीड़ित ग्रामीणों को उल्टी दस्त की शिकायत हो रही थी, जांच के बाद डायरिया की पुष्टि हुई. डॉक्टरों के मुताबिक इन मरीजों में से कुछ लोगों की हालत काफी गंभीर है. इतनी बड़ी संख्या में लोगों के डायरिया से ग्रसित होने की कारण अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में जगह नहीं मिल रही है, जिसके बाद मरीजों को गांव के आश्रमों में भर्ती कर डॉक्टर की टीम के द्वारा ईलाज किया जा रहा है.


डायरिया से पीड़ित गंभीर मरीजों को बीजापुर मुख्यालय के अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है. बीते तीन दिनों से लगातार मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. स्वास्थ विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक जिले के भैरमगढ़ ब्लॉक के 15 से अधिक गांव में डायरिया फैला हुआ है. जिनमें मुलचेर, कुलरापल्ली, मंडेम, सागमेटा समेत कई गांवों लोगों की डायरिया से स्थिति नाजुक है. अधिकारियों ने बताया कि पिछले 2 दिनों में सबसे ज्यादा फरसेगढ़ उप स्वास्थ्य केंद्र में मरीज पहुंचे हैं, भवन छोटा होने की वजह से मरीजों को भर्ती करने की जगह नहीं है. इसलिए कई मरीजों को फरसेगढ़ के आश्रम में रखकर इलाज किया जा रहा है.


स्वास्थ्य विभाग की टीम का गठन कर की जा रही है जांच


डायरिया से ग्रसित करीब 12 से ज्यादा ग्रामीणों की स्थिति गंभीर बनी हुई है, डॉक्टरों के मुताबिक शरीर मे पानी की कमी के कारण ग्रामीण लगातार बीमार हो रहे हैं. ग्रामीणों के शरीर में पानी की कमी से डिहाइड्रेट हो रहे हैं.  जिससे उन्हें उल्टी, दस्त ,बुखार से जूझना पड़ रहा है. हालांकि कई पीड़ितों को ड्रिप चढ़ाकर ठीक करने की कोशिश की जा रही है. इलाज के दौरान कई ग्रामीणों में मलेरिया, शुगर, ब्लड प्रेशर की भी शिकायत देखने को मिल रही है. डॉक्टरों की टीम प्रभावित क्षेत्र के लोगों को लगातार जागरुक कर रही है. डायरिया के प्रकोप को फैलने से रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम का गठन कर गांव- गांव जांच के लिए भेजा जा रहा है. 


डॉक्टरों ने डायरिया से बचने के लिए दी ये सलाह


डायरिया के लक्षणों के बारे में बताते हुए डॉक्टर ने सलाह दी है कि किसी व्यक्ति में एक से अधिक लक्षण जैसे जी मिचलाना, पेट में मरोड़, लूज मोशन, सूजन डिहाइड्रेशन, बुखार और मल में खून आने पर लापरवाही ने बरतें. ऐसे लक्षण दिखने पर डॉक्टरों ने तुरंत अस्पताल आने की सलाह दी है. इससे बचाव के लिए पका हुआ भोजन खाने, शुद्ध पानी पीने और चाय, कॉफी, सोडा, चॉकलेट आदि का सेवन करने से बचें. इसके अलावा बार- बार हाथ धोने, साफ- सफाई का विशेष का ध्यान रखने की जरुर है. 


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