Chhattisgarh News :छत्तीसगढ़ में गरीबी की वजह से  नवजात को बेचने का एक अजीब मामला सामने आया है. एक गरीब परिवार ने पैसे की खातिर अपने जिगर के टुकड़े को बेच दिया. करीब ढाई माह बाद ये मामला तब प्रकाश में आया जब उस बच्चे के मां-बाप को बच्चे का जितने में सौदा हुआ था वे पैसे भी नहीं मिले. 


बीजापुर के राय कॉलोनी की इस घटना में 5 गिरफ्तार


घटना बीजापुर के राय कॉलोनी की है. पुलिस ने इस मामले में नवजात के माता-पिता, खरीददार और बिचौलिया समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि नवजात का 45 हजार रुपये  में सौदा हुआ था लेकिन खरीदार ने पूरे पैसे ही नहीं दिए तो ये राज खुल गया और किसी जानकार ने मामले की सूचना जिला प्रोबेशन ऑफिस को दे दी.उसी सूचना के बाद पुलिस ने मामले की छानबीन की और ये गिरफ्तारियां हुईं. बच्चे को जिला बाल संरक्षण इकाई के सौंप दिया गया है.


बिचौलिए ने 45 हजार रुपये में नवजात का सौदा कराया


पता चला कि  शाकिर और उसकी पत्नी बेहद गरीब हैं और मजदूरी करके अपना पेट पालते हैं. इसी बीच शाकिर की पत्नी गर्भवती हो गई. इसी दौरान उसका पड़ोसी सत्यनारायण गुप्ता और उसकी पत्नी मानकुंवर ने उन दोनों से सहानुभूति जताई और बच्चे की अच्छी परवरिश नहीं हो पाने का हवाला दिया. ये बात शाकिर और उसकी पत्नी को समझ में आ गई. इसके बाद सत्यनारायण ने 45 हजार रुपये में बच्चे को अपने रिश्तेदार को देने के लिए कहा. बच्चा होने के बाद शाकिर दंपति ने बच्चा उसे दे दिया. बच्चा लेने वाले ने कुछ पैसे भी दे दिए लेकिन जितने में बात हुई थी उतने पैसे नहीं मिले.


पुलिस की पूछताछ में पिता ने उगला राज


पैसे का ये विवाद सार्वजनिक हो गया. किसी ने जिला प्रोबेशन ऑफिस को  घटना की जानकारी दे दी. इसके बाद बाल संरक्षण अधिकारी गायत्री दुबे के साथ टीम गुरुवार को राय कॉलोनी पहुंची और स्थानीय पुलिस की मदद से शाकिर के घर छापेमारी हुई. उसकी पत्नी तो नहीं मिली लेकिन शाकिर ने सारा राज उगल दिया.  


ये भी पढ़ें :-Bastar: आदिवासियों की जमीन पर डाला जा रहा डाका, आर्थिक तंगी के कारण औने-पौने दामों में बेच रहे