Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में कोरोना के साथ-साथ मलेरिया और डेंगू ने भी कहर बरपा रखा है. बस्तर संभाग के सात जिलों में मलेरिया और डेंगू के चपेट में बड़ी संख्या में लोग आ रहे है. बस्तर जिले में ही ड़ेंगू से अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 4 लोगो की मलेरिया ने जान ले ली है. वहीं बीजापुर जिले में भी मलेरिया से एक दूसरी कक्षा के छात्र की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि छात्र 3 दिनों से बीमार था और सही समय पर छात्र को इलाज नहीं मिल पाया जिसके चलते आश्रम में ही उसकी मौत हो गई. छात्र आश्रम शाला में रहकर ही पढ़ाई कर रहा था. छात्र की हुई मौत को लेकर विभागीय जांच भी की जा रही है.
3 दिनों से मलेरिया के चपेट में था छात्र
जानकारी के मुताबिक बीजापुर जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में मौजूद मिरतुर के बालक आश्रम में तमोड़ी गांव में रहने वाला दूसरी कक्षा का छात्र पढ़ाई कर रहा था. बीते गुरुवार से छात्र की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी और शुक्रवार को तबीयत में थोड़ी सुधार आई लेकिन देर रात एक बार फिर अचानक छात्र की तबीयत बिगड़ने लगी और शनिवार को सुबह बच्चे की मौत हो गयी. जानकारी के मुताबिक छात्र मलेरिया पॉजिटिव था. सही समय पर छात्र का इलाज नहीं हो पाया. जिसके चलते तबीयत ज्यादा बिगड़ी और उसकी मौत हो गई.
तीन और बच्चे हैं मलेरिया के चपेट में
इस मामले की जानकारी मिलने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों और परिजन भी मौके पर पहुंचे. जिला शिक्षा अधिकारी ने छात्र की मौत के मामले में विभागीय जांच करने के आदेश दिए हैं. इस आश्रम के अधीक्षक ने बताया कि आश्रम में पढ़ने वाले अन्य तीन और बच्चे भी बीमार हैं और वे भी मलेरिया पॉजिटिव है. फिलहाल सभी का इलाज अब अस्पताल में चल रहा है. जो 3 बच्चे बीमार है उनके परिजनों और विभाग के अधिकारियों को भी जानकारी इसकी जानकारी दे दी गई है. इधर लगातार ऐसे इलाकों में मलेरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और कई ग्रामीण इसके चपेट में आकर अपनी जान गंवा रहे हैं. बावजूद इसके बस्तर में राज्य सरकार के द्वारा चलाए जा रहे मलेरिया मुक्त अभियान सिर्फ कागजों में फाइल होकर रह गई है और जमीनी स्तर पर इसके प्रकोप को रोकने के लिए कुछ खास रोकथाम नहीं किया जा रहा है.