Bijapur News: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के  घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र  में सड़क निर्माण कराने गए पेटी ठेकेदार समेत उनके चार साथी पिछले 10 दिनों से लापता हैं. इन सभी का नक्सलियों के द्वारा अपरहण करने की आशंका जताई जा रही है. हालांकि अब तक नक्सलियों की तरफ से अपरहण को लेकर कोई नक्सली  पर्चा या बयान सामने नहीं आया है, लेकिन रहस्यमयी तरीके से पेटी ठेकेदार समेत चार लोगों के  गायब होने को लेकर अफरा-तफरी मच गई है.


बताया जा रहा है कि जिस इलाके में सड़क निर्माण का कार्य शुरू किया गया है, वह घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र है.  इससे पहले भी इस नक्सली इलाके में सड़क निर्माण कार्य का विरोध कर चुके हैं. वहीं 10 दिनों तक लापता ठेकेदारों का कोई सुराग नहीं लगने से परिजनों ने बीजापुर पहुंच एसपी से मदद की गुहार लगाई है. हालांकि एसपी का कहना है कि अब तक उन्हें इसकी जानकारी नहीं मिली थी, लेकिन परिजनों की शिकायत के बाद अब लापता लोगों की तलाश की जाएगी.


बीते 24 दिसंबर से है लापता
जानकारी के मुताबिक कोंडागांव जिले के निवासी निमेन्द्र कुमार दीवान और नीलचंद नाग, बस्तर जिले के लौंहडीगुड़ा निवासी टेमरु नाग, दंतेवाड़ा के बारसूर निवासी चापड़ी बत्तेया लापता हैं. ये सभी बीती 24 दिसंबर को  बीजापुर जिले के गोरना इलाके में चल रहे सड़क निर्माण कार्य को देखने गए हुए थे. जिसके बाद वो वहां से वापस नहीं लौटे. इतने दिनों तक रहस्यमई तरीके से इनके गायब होने की जानकारी परिजनों को मिली तो उन्होंने रविवार को इसकी जानकारी स्थानीय मीडिया को दी. इतना ही नहीं उन्होंने मीडिया के माध्यम से नक्सलियों से गुहार लगाई कि अगर नक्सलियों द्वारा ठेकेदारों का अपहरण किया गया है तो उन्हें रिहा कर दें.


परिजनों ने  एसपी  से भी मुलाकात
परिजनों ने बीजापुर  के एसपी आंजनेय वार्ष्णेय  से भी मुलाकात की और इसकी जानकारी दी. एसपी ने परिजनों की शिकायत पर ठेकेदारों की पतासाजी करने की बात कही है. फिलहाल इन ठेकेदारों को लापता हुए 10 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक नक्सलियों की ओर से भी उनके अपरहण की कोई जानकारी नहीं मिली है. ऐसे में पुलिस नक्सली अपरहण की आशंका जताने के साथ ही दूसरे एंगल से भी मामले की जांच कर रही है. 


Raipur: रायपुर में पुलिस का नववर्ष मिलन, नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों ने CM बघेल से साझा किए अनुभव