छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में शासकीय राशन दुकानों में राशन वितरण की व्यवस्था ठप हो गई है. राशन दुकान संचालक और विक्रेता तीन दिवसीय हड़ताल पर चले गए हैं. 6 सूत्रीय मांगों को लेकर संचालक विक्रेताओं ने धरना आंदोलन का आगाज किया है. इधर राशन दुकान संचालकों के हड़ताल पर जाने से राशन वितरण की व्यवस्था चरमरा गई है. राशन दुकानों में ताला लग गया है. हितग्राही राशन के लिए परेशान हो रहे हैं.


छह सूत्री मांगों को लेकर धरने पर बैठे


दरअसल, शासकीय राशन दुकान संचालक व विक्रेता लंबे समय से राशन वितरण के विसंगतियों को दूर करने की मांग कर रहे हैं. जिसमें खाद्यान कटौती, सर्वर की समस्या, मानदेय व्यवस्था, कमीशन राशि सहित, खाद्यान सोर्टेज की मांग प्रमुख है. लेकिन राशन दुकान संचालकों के इन मांगों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है. जिसे देखते हुए जिले के शासकीय राशन दुकान संचालक अब लामबंद हो गए हैं. उन्होंने तीन दिवसीय धरना आंदोलन का आगाज कर दिया है. 




मांग पूरी नहीं हुई तो, करेंगे उग्र आंदोलन


राशन दुकान संचालकों की मानें तो बिना कोई पूर्व सूचना भौतिक सत्यापन के खाद्यान्न में कटौती कर दी गई है. सर्वर ठीक नहीं होने के कारण राशन वितरण में लगातार दिक्कत आ रही है. कर्मचारियों की तरह काम लेने के बाद भी मानदेय नहीं मिल रहा है. कमीशन की राशि अप्राप्त है. उन्होंने अपनी मांगों को लेकर पहले भी कई बार प्रशासन के माध्यम से शासन को मांग पत्र सौंपा है. बावजूद उनकी मांगों पर कोई सुनवाई नहीं की जा रही है. लिहाजा इसी को लेकर उन्होंने सांकेतिक आंदोलन की शुरुवात की है. जिसके बाद आगे उनका आंदोलन उग्र होगा. 


हितग्राही हो रहे हैं परेशान


इधर राशन दुकान संचालक व विक्रेताओं के आंदोलन पर जाने से जिले के राशन दुकानों में राशन वितरण की व्यवस्था ठप हो गई है. राशन दुकानों के बाहर ताला लग गया है. हितग्राही राशन के लिए परेशान हो रहे हैं. गौरतलब है कि, जिले में 678 राशन दुकान संचालित है. ऐसे में राशन दुकान संचालकों के हड़ताल पर जाने से लाखों हितग्राही इससे सीधे प्रभावित होंगे.


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