Chhattisgarh Politics: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बदलने के बाद बीजेपी नगर निगम सरकार भी बदलने की तैयारी में है. रायपुर और कोरबा नगर निगम में महापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी है. इससे रायपुर में मेयर ऐजाज ढेबर की कुर्सी खतरें में आ गई है. इस मामले में महापौर मंगलवार देर रात एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अविश्वास प्रस्ताव के हलचल पर बयान दिया है. उन्होंने बहुमत के साथ बीजेपी के पार्षद को भी अपने संपर्क में होना बताया है.


रायपुर और कोरबा नगर निगम में अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी
दरअसल, 3 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद अब बीजेपी की निगम सरकार पर भी नजरें टिकी हुई हैं. इसको लेकर बीजेपी पार्षद दल में मीटिंग भी की है. इस हलचल पर मेयर ऐजाज ढेबर ने मंगलवार रात में मीडिया से बातचीत करते हुए इसे जबरदस्ती माहौल बनाने का आरोप लगाया है और दावा किया है कि जबकि हमारे 39 पार्षद एकजुट हैं और हम पूर्ण बहुमत में हैं. 


जहां तक बात है प्रस्ताव को लाने कि तो भाजपा के कहने भर से यह अविश्वास प्रस्ताव नहीं आएगा. इसके भी कुछ नियम कायदे होते हैं.तो आप मान सकते हैं कि इस प्रस्ताव के नाम पर भाजपा वाले ख्याली पुलाव बांट रहे हैं और खा रहे है.


रायपुर मेयर ने कहा बीजेपी के कई पार्षद मेरे संपर्क में है
इसके बाद मेयर ऐजाज ढेबर ने बड़ा दावा किया कि बीजेपी के कई पार्षद खुद मेरे संपर्क में हैं और हमारी निगम सरकार को अपना समर्थन देने के लिए तैयार हैं तो किस मुंह से बीजेपी वाले अविश्वास प्रस्ताव की बात कर रहे हैं. इसके अलावा मेयर ने ये भी दावा किया है कि एक बीजेपी पार्षद का जाति प्रमाण पत्र फर्जी है, समय आने पर उसका खुलासा करूंगा और जल्द ही एक उपचुनाव शहर में होगा. 


रायपुर की तरह कोरबा में भी निगम सरकार बदलने की तैयारी 
उधर रायपुर की तरह कोरबा नगर निगम में कांग्रेस के मेयर को अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटाने के लिए हलचल तेज हो गई है. आपको बता दें कि अगस्त महीने में 30 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव कलेक्टर को सौंपा है. अब राज्य में बीजेपी सरकार बनने पर फिर से इस प्रस्ताव पर बीजेपी पार्षद दल दोबारा पत्राचार करने की तैयारी में है. बीजेपी पार्षद दल का दावा है कि उनके संपर्क में 40 से 45 पार्षद हैं. 


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