Chhattisgarh: बोर्ड परीक्षा में सब्जी बेचने वाले की बेटी ने किया टॉप, हेलीकॉप्टर राइड पर कही ऐसी बात
CGBSE Board Result 2023: छत्तीसगढ़ में बोर्ड परीक्षा के टॉपर लिस्ट में ज्यादातर नाम लड़कियों का ही है. बातचीत करने पर सफलता के पीछे कितनी मेहनत है और अच्छे नंबर लाने का तरीका बताया.
Chhattisgarh Board Result: छत्तीसगढ़ में बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट जारी हो गए है. टॉपर लिस्ट में ज्यादातर नाम लड़कियों का ही है. यानी इस साल भी छत्तीसगढ़ में लड़कियों ने बोर्ड परीक्षा में बाजी मार ली है. एबीपी न्यूज़़ ने कई टॉपर बच्चों से बातचीत की है. उन्होंने अपनी सफलता के पीछे कितनी मेहनत है और अच्छे नंबर लाने के लिए कैसे अपनी तैयारी की इन सभी रहस्यों के बारे में बताया है.
रायपुर की रेशम खत्री की कहानी आप सभी के लिए बहुत खास हो सकती है. क्योंकि रेशम ने घर की स्थिति सुधारने के लिए शिक्षा को हथियार बनाया है. रेशम ने 12 वीं बोर्ड परीक्षा में चौथा स्थान हासिल किया है. रेशम रायपुर जिले में रहती है. रेशम ने बताया कि उसके पिता सब्जी बेचने है. घर में बड़ी बहन के साथ रेशम पहली से 12वीं तक के बच्चों को पढ़ाती है. रेशम खत्री की कहानी इस लिए दिलचस्प हो जाता है क्योंकि रेशम जिस क्लास में पढ़ती थी उसी क्लास के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती थी.
रोज घर में रिवाइज करने से बोझ कम होता है
रेशम खत्री ने एबीपी से खास बातचीत में कहा मुझे उम्मीद नहीं थी. मैं इस रिजल्ट देख कर बहुत खुश हूं. मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था की टॉप में आऊंगी. मैंने सिर्फ स्कूल में पढ़ाया जाता था उसी की खबर में रिवाइज करती थी. अगर आप रोज की पढ़ाई रोज घर में रिवाइज करते है तो आपके ऊपर दबाव नहीं आएगा. रिजल्ट के एक दिन पहले बहुत ज्यादा डरावना माहौल था. मैं रात को सोई भी नहीं थी. रिजल्ट देखने से पहले बहुत डरी हुई थी. हम दोनों बहन पहली से 12वीं तक बच्चों को ट्यूशन पढ़ाते थे. इससे पहले 10 वीं में रहकर 10 वीं के बच्चों को पढ़ाती थी.
माता पिता ने कहा अभी भी हमें सपना जैसा लग रहा है
रेशम खत्री ने आगे कहा कि हेलिकॉप्टर राइड से बहुत डर लगता है, लेकिन में जरूर हेलीकॉप्टर राइड करूंगी. रेशम के पिता मनोज खत्री ने बताया की उनके पास सब्जी का होलसेल दुकान है. बहुत खुशी की बात है हमारी बच्ची ने टॉप किया है. बेटी को और आगे पढ़ना चाहते है. पिता के साथ मां नैना खत्री बेटी की सफलता से बहुत खुश है. मां ने कहा कि अभी हमें सपने में है ऐसा लग रहा है. मैंने कभी सोचा नहीं था की बेटी इतनी ज्यादा खुशी देगी. रेशम एग्जाम के समय में बहुत टेंशन में रहती थी. खाना पीना में ज्यादा ध्यान नहीं देती थी. जिस संघर्ष से हम लोग उबरे है ऐसा संघर्ष लोगों को न मिले.
हेलीकॉप्टर की सैर के लिए 10 वीं में टॉप
इसके साथ रायपुर के ही ऋषभ देवांगन ने 10 वीं बोर्ड परीक्षा में मेरिट लिस्ट में अपनी जगह बनाई है. ऋषभ ने कहा कि हेलीकॉप्टर सैर के लिए मैंने मेहनत किया. पिछले साल से ही हमारे ग्रुप के बच्चों ने ठान लिया था की टॉप करके हेलीकॉप्टर की सैर करेंगे. पढ़ाई के दौरान घर परिवार और शिक्षकों का फूल सहयोग मिला. खासकर हम लोग ग्रुप स्टडी करते थे. मैं सोचा नहीं था की मैं मेरिट लिस्ट में आऊंगा. ऋषभ ने कहा कि टॉप करने के लिए मेहनत जरूरी है. किस्मत तो सभी का होता है. मेहनत से किस्मत को बदल देता है. पिता किराना दुकान चलाते है.
टॉपर ने कहा मेहनत किस्मत को बदल देता है
ऋषभ ने आगे कहा कि मैं इंजीनियर बनना चाहता हूं. मेरे प्रेरणा स्रोत देश के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम है.हमेशा वो बच्चों के साथ घुल मिल कर रहते है. रायपुर के सरकारी स्वामी आत्मानंद हिंदी मीडियम स्कूल में पढ़ाई हुई है. सोशल मीडिया से मैने दूरी बना कर रखता हूं. गेम नहीं खेलता हूं. अच्छे नंबर लाने के लिए मेहनत करते रहना है. हमेशा मोटीवेटेट रहना चाहिए. उठते समय है हमे आज का लक्ष्य बना लेना चाहिए. सभी विषयों को बराबर समय दिया करता था.
पापा अलमारी बनाते है बेटी ने 12वीं में किया टॉप
इसके अलावा 12 वीं बोर्ड की टॉपर न्यासा देवांगन के पिता अलमारी बनाने का काम करते है. न्यासा आईएएस बनना चाहती है. न्यासा ने एबीपी न्यूज़ कहा कि मुझे भी हेलीकॉप्टर राइड करना है. मैंने कभी हवाई सफर नहीं किया है लेकिन एक बार हेलीकॉप्टर में बैठना है ये मेरा सपना है. पिछले साल मेरिट के बच्चों ने हेलीकॉप्टर राइड किया था तब से ही मेरा मन था. दिन में 12 घंटे तक पढ़ाई करती थी. जो भी स्कूल और कोचिंग में पढ़ाया जाता है उसे हम घर में आकर रिवीजन करना चाहिए. जो भी पढ़ते है उसे लिखकर प्रैक्टिस करना चाहिए. लिखकर प्रैक्टिस करने से वो हमारे दिमाग में ज्यादा समय तक रहता है. न्यासा देवांगन ने कहा की मुझे देश की सेवा करने के लिए मुझे आईएएस बनना है. घर में पूरा परिवार है. पापा अलमारी बनाते है और मां घर का काम करती है.
ये भी पढ़ें: Chhattisgarh: बोर्ड परीक्षा के नतीजों में आत्मानंद स्कूल का जलवा, 15 छात्रों ने टॉप 10 में बनाई जगह