Ambikapur News: छत्तीसगढ़ में BJP की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री चयन को लेकर काफी दिनों तक मंथन चला. अंत में पूर्व केंद्रीय मंत्री व जशपुर जिले के कुनकुरी विधायक विष्णुदेव साय पर सहमति बनी और उन्हे छत्तीसगढ़ का पहला आदिवासी मुख्यमंत्री बनने का सौभाग्य मिला. वहीं प्रदेश में मुख्यमंत्री के साथ दो डिप्टी सीएम भी बनाए गए है, जिसमें अरूण साव व विजय शर्मा का नाम है. इसके साथ ही शुक्रवार को 9 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. जिसमें सरगुजा संभाग से रामविचार नेताम, लक्ष्मी राजवाड़े व श्याम बिहारी जायसवाल का नाम शामिल है.
स्नातक तक शिक्षा
अम्बिकापुर के पीजी कालेज से स्नातक तक की पढ़ाई करने वाले रामविचार नेताम वैसे तो छात्र जीवन से राजनीति में सक्रिय रहे हैं पर 1962 में सनावल गांव में जन्मे रामविचार नेताम उस दौर की पाल विधानसभा से पहली बार 1990 में विधायक चुने गए, जिसके बाद दूसरी बार 1993 से तीसरी बार 1998, चौथी बार 2003 और 2008 में पांचवीं बार विधायक बनकर सदन तक पहुंचे. हालांकि, 2013 में कांग्रेस के बृहस्पति सिंह ने उनको चुनाव में हरा दिया था.
मंत्री पद की जिम्मेदारी
वैसे पांच बार के इस बड़े आदिवासी नेता को हार के बाद बीजेपी आलाकमान ने 2015 में राज्यसभा बुला लिया. 1990 से 2013 तक पांच बार विधायक रहते हुए नेताम ने गृह जेल, जल संसाधन, उच्च शिक्षा, राजस्व और आदिम जाति कल्याण विभाग के मंत्री का दायित्व भी बखूबी निभाया. इतना ही नहीं रामविचार नेताम 2001 से 2003 तक अविभाजित सरगुजा जिले के अध्यक्ष रहें. वो बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव, बीजेपी अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष के रूप में भी काम कर चुके हैं. इस बार विधानसभा चुनाव 2023 में विधायकी जितने के बाद, उनकी इस प्रोफाइल के कारण सरगुजा संभाग से वो भी सीएम का बड़ा फेस भी माने जा रहे थे. हालांकि उनकी यह इच्छा पूरी नहीं हो सकी.
इस विभाग की मिल सकती है जिम्मेदारी
छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय की सरकार में उन्हे फिर मंत्री पद की जिम्मेदारी मिली है. शुक्रवार को राजभवन में रामविचार नेताम ने मंत्री पर की शपथ ली. रामविचार नेताम वर्तमान में सरगुजा संभाग के बलरामपुर जिले के रामानुजगंज सीट से विधायक चुने गए है. हालांकि अब तक मंत्रियों के विभाग तय नहीं किए गए है. संभावना है कि उन्हें गृह विभाग की जिम्मेदारी मिल सकती है. श्री नेताम को राजनीति का खासा अनुभव रहा है. वे 2018 के पहले बीजेपी के शासनकाल में कई महत्वपूर्ण विभागों की मंत्री की जिम्मेदारी संभाल चुके है.