मंत्रियों की लगी क्लास! चिंतन शिविर में छत्तीसगढ़ को विकसित बनाने के लिए सीखे मैनेजमेंट के गुर
Chhattisgarh Cabinet in Raipur IIM: देश की सबसे प्रतिष्ठित मैनेजमेंट संस्था रायपुर IIM में छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल का दो दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया है. जिसमें कई महत्पूर्ण विषयों पर चर्चा की गई.
Chhattisgarh Cabinet Meeting: कोई भी सरकार चलाने के लिए अच्छा प्रबंधक होना जरूरी है और इस बात को छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय की सरकार ने अपने शुरुआती कार्यकाल में ही समझ लिया. यही वजह है कि इन दिनों प्रदेश सरकार का मंत्रिमंडल देश की सर्वोच्च मैनेजमेंट संस्था आईआईएम में मौजूद है, जहां सभी प्रबंधन के गुर सीख रहे हैं.
दरअसल, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर आईआईएम में चिंतन शिविर का आयोजन किया गया था, जो शनिवार (1 मई) की शाम को संपन्न हो गया. इसमें विष्णुदेव साय सरकार के सभी मंत्रियों को नीति आयोग के सीईओ, पूर्व सीईओ और आईआईएम के प्रोफेसरों ने तकनीकी जानकारी दी.
मंत्रिमंडल को अमिताभ कांत ने किया संबोधित
इस दौरान नीति आयोग के पूर्व सीईओ और जी-20 के शेरपा अमिताभ कांत ने विकसित भारत के परिकल्पना को लेकर अपना संबोधन दिया. अमितभा कांत ने कहा कि छत्तीसगढ में विकास की प्रचुर संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ देश के सबसे खनिज संपदा से समृद्ध राज्यों में से एक है, यहां मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर को तेजी से बढ़ावा दें तो बड़ी संख्या में रोजगार सृजन होगा.
(IIM रायपुर में एक्सपर्ट की राय सुनते छत्तीसगढ़ मंत्रीमंडल)
नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य सबसे जरूरी आधारभूत बिंदु हैं. इन पर सही ढंग से काम कर तेजी से विकास के लक्ष्यों को हासिल किया जा सकता है और जनकल्याण की दिशा में बढ़ सकते हैं. पूर्व सीईओ ने कहा कि पॉलिसी रिफॉर्म पर काम करने से छत्तीसगढ़ में तेजी से आर्थिक प्रगति होगी.
शिविर में इन विषयों पर हुई चर्चा
आईआईएम में आयोजित इस चिंतन शिविर में छत्तीसगढ़ सरकार के सभी मंत्री शामिल हुए. इसमें प्रशासनिक प्रबंध के साथ, राजनीतिक प्रबंधन और जनता के बीच सामंजस्य जैसे अलग-अलग मुद्दों को लेकर अलग-अलग विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई. इस दौरान मंत्रियों ने कई सवाल भी पूछे और अपनी जिज्ञासा को शांत किया.
सरकार में कई नए मंत्री हैं जो इन सभी चीजों से सीख कर कुछ बेहतर कर सकते हैं. साथ ही कई अनुभवी मंत्रियों ने भी इस दो दिवसीय चिंतन में अपनी बातें रखी. दो दिवसीय चिंतन शिविर में मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्रीयो की क्लास लगी. राजनीति प्रशासन जैसे विषयों पर सघन चर्चा हुई. राज्य के सभी मंत्रियों ने अपने-अपने डिपार्टमेंट और योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर शिविर में चर्चा की.
सीएम विष्णुदेव साय ने क्या कहा?
इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि विकसित भारत के संकल्प पर आयोजित इस चिंतन शिविर में विभिन्न जल कल्याणकारी योजनाओं पर भी विस्तार से चर्चा की गई. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत 2047 बनाने का संकल्प को पूरा करने के लिए रणनीति भी तैयार की गई.
इसके अलावा छत्तीसगढ़ के विकास के लिए भी नीति आयोग के वर्तमान सीईओ और पूर्व सीईओ ने कई महत्वपूर्ण टिप्स दिए. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि निश्चित तौर पर इस चिंतन शिविर में जो भी बिंदु सामने आए हैं, उस पर काम किया जाएगा और जल्द ही एक बार फिर इस तरह का शिविर आयोजित किया जाएगा.
जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही विधायकों को भी राजनीति प्रबंधन सिखने की पहल की जाएगी. विकसित भारत के साथ ही विकसित छत्तीसगढ़ के कार्यों में तेजी लाने के लिए इस तरह के चिंतन शिविर के माध्यम से प्रबंधनात्मक क्रिया कार्यकलापों पर चर्चा होती रहे, यह प्रयास किया जाएगा.
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