Chhattisgarh PSC: कांग्रेस सरकार में हुई भर्तियों की CBI जांच की मांग, अभ्यर्थियों ने CM साय को सौंपा ज्ञापन
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में पीसीएस की परीक्षा में भर्तियों के बाद अब तक चुने गए अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं हो पाई है. ये अभ्यर्थी अपनी नियुक्तियों का पिछले दो वर्षों से इंतजार कर रहे हैं.
Chhattisgarh Goverment Jobs: छत्तीसगढ़ में पिछली सरकार के दौरान हुई भर्तियों में बीजेपी (BJP) लगातार गड़बड़ियों का आरोप लगा रही है. अभ्यर्थी 2021-2022 में हुए लोक सेवा आयोग ( Public Service Commisson) की भर्ती परीक्षा में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. इसको लेकर अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को ज्ञापन दिया है. इससे एक बार फिर पीएससी के चयनित अभ्यर्थियों की चिंता बढ़ गई है क्योंकि अभी 150 से अधिक चयनित अभ्यर्थी ज्वाइनिंग के इंतजार में घर बैठे हैं.
दरअसल 2021 में लोक सेवा आयोग की परीक्षा पर गड़बड़ी का आरोप लगाया गया था. पीएससी के तत्कालीन चेयरमैन पर मेरिट लिस्ट में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया गया. ये विधानसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा बना रहा, यहां तक पीएम मोदी ने भी अपने चुनावी अभियान के दौरान पीएससी की गड़बड़ियों में जांच कराने की गारंटी दी थी. इसको बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में भी शामिल किया था. अब राज्य में बीजेपी की सरकार बन गई है तो पीएससी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी जांच की मांग कर रहे हैं.
चुनाव में पीएम मोदी ने भी उठाया था मुद्दा
राजधानी रायपुर में मंगलवार को पीएससी के अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को ज्ञापन दिया है. अभ्यर्थियों ने 8 बिंदुओं में अपनी मांग रखी है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस सरकार में हुए सभी भर्ती में गड़बड़ी हुई है. इसके जांच के लिए हाई लेवल जांच कमेटी बनाई जाए और 3 महीने में जांच कर निर्णय लें. छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के लिए एक सुधार आयोग का गठन किया जाए जिसमें अभ्यर्थियों के प्रतिनिधि भी शामिल हो. सभी भर्ती परीक्षाओं के कैलेंडर जारी किए जाएं, जिला और संभागीय स्तर पर होने वाली भर्तियां पीएससी और व्यापम के जरिए होना चाहिए. 2020,2021 और 2022 के लोक सेवा आयोग की परीक्षा में गड़बड़ियां हुई हैं. इसके चयन सूची को तत्काल निरस्त किया जाए और उत्तर पुस्तिकाओं को जांच करने का निर्देश दिया जाए.
पीएससी के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग
अभ्यर्थियों ने गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को खासकर आयोग के सचिव और परीक्षा नियंत्रक को तत्काल निलंबित कर, सभी जिम्मेदार अधिकारियों जिसमें पूर्व आयोग अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी शामिल हैं उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. अभ्यर्थियों के प्रदर्शन करने पर जो नोटिस जारी किया गया था, उसे निरस्त करने की मांग की है.
151 चयनित अभ्यर्थी ज्वाइनिंग के इंतजार में घर बैठे
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में 2021 लोक सेवा आयोग के परीक्षा में 171 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है. इसमें से 120 लोगों को ज्वाइनिंग मिल चुकी है. लेकिन जो 14 मेरिट लिस्ट वाले हैं. उनपर बिलासपुर हाईकोर्ट में याचिका लगी है. उनको अब तक ज्वाइनिंग नहीं मिली है. इस मामले में कोर्ट में सुनवाई चल रही है. इसके साथ साथ 29 डीएसपी के लिए चयनित अभ्यर्थी को ज्वाइनिंग नहीं मिली है. वहीं 2022 में 210 अभ्यर्थियों ने इंटरव्यू पास किया है. इनमें से 110 अभ्यर्थियों को ज्वाइनिंग मिल चुकी है. बाकी 100 लोगों को अब तक ज्वाइनिंग नहीं मिली है.
चयनित अभ्यर्थी ज्वाइनिंग नहीं मिलने से परेशान!
ज्वाइनिंग में हो रही देरी को लेकर अभ्यर्थी परेशान हैं. 2022 के चयनित अभ्यर्थियों सत्यापन के बाद ज्वाइनिंग का इंतजार कर रहे हैं. कई अभ्यर्थी जो पहले नौकरी करते थे उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दे दिया है. अब एग्जाम क्लियर करने के बाद भी बेरोजगार जैसे अपने अपने घरों में बैठे हैं. विभाग की तरफ से भी कोई अपडेट नहीं आ रहा है. इस लिए चयनित अभ्यर्थियों को दिक्कत हो रही है.