Manendragarh-Chirmiri-Bharatpur News: छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में कड़कड़ाती ठंड के बीच आदमखोर तेंदुए के आतंक ने ग्रामीणों को परेशान कर रखा है. वन विभाग की ओर से तेंदुए को पकड़ने के लिए पहले एक पिंजरे में बकरा को बांधकर रखा गया था, लेकिन वन विभाग का ये प्लान कामयाब नहीं हो सका. जिसके बाद अब मुर्गे का सहारा लिया गया है. 


वन विभाग ने अब बकरे की जगह पिंजरे में मुर्गों को बांधा है. जिले के जनकपुर और कुंवारपुर वनपरिक्षेत्र में आदमखोर तेंदुए ने अब तक दो लोगों को अपना शिकार बनाया है. दो महिलाओं पर हमला कर उनकी जान ले ली है. वहीं एक आठ साल के बच्चे को बुरी तरह घायल कर दिया है. गनीमत रही कि बच्चे की जान बच गई.


तेंदुए ने मंगलवार को महिला को बनाया था अपना शिकार
दरअसल, जनकपुर और कुंवारपुर वनपरिक्षेत्र में आदमखोर तेंदुए ने संभवतः 10 दिसंबर से दस्तक दी है. इस तेंदुए ने सबसे पहले कुंवारपुर वनपरिक्षेत्र में जंगल गई महिला को अपना शिकार बनाया और उसकी जान ले ली. इसके बाद घर के बाहर खेल रहे एक आठ साल के बच्चे की गर्दन पकड़कर जंगल की ओर ले जाने की कोशिश की. इससे बच्चे के गर्दन में गंभीर चोटें आई हैं. जिसका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनकपुर में चल रहा है. इसके बाद इसी तेंदुए ने मंगलवार को जनकपुर वनपरिक्षेत्र के ग्राम सिंगरौली पुरनिहापारा निवासी उमा बाई (50 वर्ष) को मौत के घाट उतार दिया. 


वन अमला एलर्ट मोड पर
मानव पर तेंदुए के बढ़ते हमले को देखते हुए वन अमला एलर्ट मोड पर है. वन विभाग की ओर से तेंदुए को पकड़ने के लिए पहले ग्राम आरा और ककरेडी के जंगल में एक सप्ताह से पिंजरा लगाया गया था. जिसके अंदर एक बकरा बांधा गया था. वहीं बकरे वाला प्लान फेल होने के बाद अब वन विभाग ने उसकी जगह पिंजरे में मुर्गों को बांधा है. साथ ही जनकपुर वनपरिक्षेत्र के जंगल में दो नए पिंजरे और चार ट्रैपिंग कैमरे लगाए गए हैं. डीएफओ लोकनाथ पटेल घटना वाले दिन को देर शाम तक जनकपुर एरिया में डटे रहे. रेंजर चंद्रमणि तिवारी के नेतृत्व में ग्रामीणों की मदद से तत्काल नया पिंजरा जंगल में रखवा दिया गया है. वहीं वन अमले ने वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट की मांग की है. 


फील्ड में मॉनिटरिंग कर तेंदुए की पहचान करेंगे वन विभाग के अधिकारी 
अब वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी फील्ड में मॉनिटरिंग कर तेंदुए की पहचान करेंगे कि कुंवारपुर में हमला करने वाला तेंदुआ है या जनकपुर में हमला करने वाला, या इनके अलावा कोई दूसरा तेंदुआ तो नहीं है. फिलहाल, जनकपुर और कुंवारपुर वनपरिक्षेत्र के जंगल में दो दो पिंजरे लगाए गए हैं. जनकपुर और कुंवारपुर घटना के बीच करीब 40 किलोमीटर का फासला है. कुंवारपुर और जनकपुर क्षेत्र में वन विभाग की टीम रात में पेट्रोलिंग और मुनादी करा रही है. तेंदुए विचरण क्षेत्र में ग्रामीणों को शाम होने से पहले घरों से नहीं निकलने और जंगल में नहीं जाने की समझाइश दी जा रही है.


विधायक गुलाब कमरों ने की वनमंत्री मो. अकबर से मुलाकात  
इस मसले को लेकर विधायक गुलाब कमरों ने वनमंत्री मो. अकबर से मुलाकात की है और तेंदुए के आतंक से मुक्ति दिलाने की मांग रखी है. उन्होंने वनमंत्री को भरतपुर-सोनहत वनपरिक्षेत्र में तेंदुए के शिकार से मानवक्षती की जानकारी दी. इसके साथ ही तेंदुए से ग्रामीणों को सुरक्षित रखने के लिए त्वरित पहल करने का आग्रह किया है. वहीं वनमंत्री ने इस दिशा में जल्द सकारात्मक पहल करने का भरोसा दिलाया है.


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