Raipur News:  छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने तत्कालीन बीजेपी सरकार के कमल विहार प्रोजेक्ट का नाम बदल दिया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कमल विहार का नाम बदलकर कौशल्या विहार करने की घोषणा की है. इसके चुनावी मायने भी खंगाले जा रहे है. क्योंकि भगवान राम के ननिहाल को कांग्रेस लगातार डेवलप करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. अब इससे छत्तीसगढ़ की राजनीति एक बार गरमा सकती है. 


कमल विहार अब कौशल्या विहार के नाम से जाना जाएगा


दरअसल, मंगलवार को रायपुर ग्रामीण में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भेंट मुलाकात कार्यक्रम किया. इसमें बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्या लेकर पहुंचे. इस बीच मुख्यमंत्री ने कमल विहार को कौशल्या विहार बनाने की घोषणा कर दी और अमलीडीह के महाविद्यालय का नामकरण कौशल्या माता के नाम पर करने की घोषणा की गई है. इसके साथ मुख्यमंत्री बघेल ने कई और बड़ी घोषणाएं की हैं. इसको लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट भी किया है. उन्होंने लिखा है कि रायपुर का कमल विहार अब कौशल्या विहार के नाम से जाना जाएगा. माता कौशल्या की जय. भांचा राम की जय.


भेंट मुलाकात में 167 करोड़ रुपये की सौगात


बोरियाखुर्द में आयोजित भेंट मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने रायपुर ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों को 167 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात भी दी, इसमें 126 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का भूमिपूजन और 36 करोड़ रुपये के कार्यों का लोकार्पण शामिल है. मुख्यमंत्री ने इस दौरान फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीनी स्थिति की जानकारी ली. इसके साथ मुख्यमंत्री  ने कहा कि कबीर नगर और सड्डू की हाउसिंग बोर्ड कालोनियों के साथ ही रायपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आनेवाली प्रत्येक बीएसयूपी कालोनी में सीवरेज ट्रीटमेंट के लिए 50 लाख रुपये की राशि दी जाएगी.


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