Chhattisgarh Malkhamb Sports News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सबसे पिछड़ा क्षेत्र माने जाने वाले अबूझमाड़ (Abujhmad) के बच्चे मलखंब (Malkhamb) में अपना जौहर दिखा रहे हैं, नारायणपुर जिले (Narayanpur District) के अबूझमाड़ इलाके के ये आदिवासी बच्चे (Tribal Children) छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करते हैं. इन प्रतिभाशाली बच्चों ने पिछले 2 सालों में देश के अलग-अलग शहरों में हुई राष्ट्रीय प्रतियोगिता परफॉर्म किया, जहां इन्हों ने अब तक 18 गोल्ड मैडल सहित 60 से ज्यादा मैडल हासिल कर चुके हैं. 


मलखंब प्रतियोगिता में इन राज्यों में बच्चे दिखा चुके हैं अपनी प्रतिभा
छत्तीसगढ़ के इन प्रतिभाशाली और होनहार बच्चों ने अब तक गुजरात, गोवा, तमिलनाडु, मुम्बई और दिल्ली में अपना जौहर दिखाया है.


वहीं यह अब हरियाणा के पंचकुला में होने वाले 'खेलो इंडिया स्कीम' की तैयारियों में जुट गए हैं. आदिवासी बच्चों को बेहतर प्रशिक्षण मिल सके इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अबूझमाड़ में एकेडमी खोलने की घोषणा की है. जिसके बाद इस एकेडमी को बनाने की तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं, दरअसल अपने बजट सत्र में मुख्यमंत्री ने नारायणपुर में मलखंब प्रशिक्षण के लिए एकेडमी खोलने की घोषणा की थी.


इस खेल के लिए प्रशासन की ओर से बच्चों को मिल रहा विशेष प्रशिक्षण
दरअसल नारायणपुर में जिला प्रशासन द्वारा मलखंब को प्रोत्साहित करने के लिए अबूझमाड़ विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जहां इस खेल की प्रैक्टिस के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. इन प्रशिक्षण केन्द्रों में अब तक कुल 120 खिलाड़ियों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया हैं, जिसमें लगभग 80 खिलाड़ी रोजाना प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं.


प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली खिलाड़ियों में 40 बालक और 40 बालिकाएं शामिल हैं. इस प्रशिक्षण केंद्र से लगभग 40 खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का प्रतिनिधित्व किया है, 32वीं राष्ट्रीय मलखंब चैंपियनशिप बिलासपुर 2020 में जिले के खिलाड़ियों ने 8 गोल्ड मेडल जीतने में सफलता हासिल कर चुके हैं.


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राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेलों में 161 मैडल कर चुके हैं हासिल
वही साल 2021 में मध्य प्रदेश के उज्जैन में मलखंब की राष्ट्रीय प्रतियोगिता हुई थी, इस प्रतियोगिता में जिले के खिलाड़ियों ने 10 गोल्ड, 1 सिल्वर और 29 ब्रॉन्ज मेडल जीते थे. उज्जैन में बस्तर के अबूझमाड़ के इन खिलाड़ियों ने रिकॉर्ड तोड़ कुल 40 मेडल हासिल किया था.


जिले के जूनियर प्रथम टीम, सब जूनियर टीम के बाद, सीनियर के बालिका और बालक वर्ग ने टीम चौंपियनशिप और पिरामिड चौंपियनशिप में कांस्य पदक पर कब्जा जमाया था. छत्तीसगढ़ राज्य से 48 खिलाड़ियों का चयन इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए किया गया था, जिसमें 40 खिलाड़ी सिर्फ नारायणपुर जिले के थे. इन खिलाड़ियों ने अब तक स्कूल में होने वाली खेल प्रतियोगिता, राज्य और राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिताओं में कुल 161 मैंडल हासिल किए हैं.


खेलो इंडिया स्कीम में 10 खिलाड़ियों का हुआ चयन
वही साल 2022 में हरियाणा के पंचकुला में राष्ट्रीय प्रतियोगिता 'खेलो इंडिया स्कीम' का आयोजन होने वाला है. इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में जिले के 10 खिलाड़ियों का चयन किया गया है. जानकरी के मुताबिक, इस प्रतियोगिता में अगर खिलाड़ी जीत दर्ज कर लेंगे तो इनका चयन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होगा. साथ ही भारत सरकार की तरफ से उन सभी प्रतिभाशाली खिलाड़ियों 8 साल की विशेष छात्रवृत्ति भी दी जाएगी. 


इस चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए जोरोशोर से खिलाड़ी तैयारी कर रहे हैं. इस दौरान इनकी कई घंटों तक लगातार प्रैक्टिस भी चल रही है. वही मुख्यमंत्री ने भी अबूझमाड़ के इन बच्चों के स्टेमिना और हुनर को देखते हुए कहा कि, इन्हें बेहतर ढंग प्रशिक्षित किया जाए, इसके लिए एकेडमी खोलने की भी तैयारी शुरू कर दी है. फिलहाल इन बच्चों को सारे संसाधन जिला प्रशासन की ओर से मुहैया कराया जा रहा है.


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