Bastar News: बस्तर में बीते 10 अप्रैल को विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कार्यक्रम में ईसाई समाज (Christian community) के लोगों के आर्थिक बहिष्कार ( economic boycott) करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. छत्तीसगढ़ क्रिश्चियन फोरम (Chhattisgarh Christian Forum) ने शपथ दिलाने वालों के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज करने की मांग को लेकर कोतवाली थाना में आवेदन दिया है.छत्तीसगढ़ क्रिश्चियन फोरम के लोगों का कहना है कि बहिष्कार संबंधी कार्यक्रम आयोजित करना देशद्रोह की श्रेणी में आता है.
इन लोगों ने आरोप लगाया कि बस्तर के शांत माहौल को खराब करने की साजिश रची जा रही है. इस तरह के आर्थिक बहिष्कार की शपथ समाजों के बीच और अलग-अलग धर्म के लोगों को आपस में लड़ाने के दायरे में आता है. ऐसे में उन्होंने शपथ ग्रहण कराने वाले शख्स मुकेश चांडक को मुख्य आरोपी बताते हुए कोतवाली थाने में आवेदन देकर आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग बस्तर के आईजी और एसपी से की है.
बहिष्कार को बताया देशद्रोह
गौरतलब है कि इस कार्यक्रम में बीजेपी के नेताओं के शामिल होने को लेकर राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला. अब छत्तीसगढ़ क्रिश्चन फोरम ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई है. छत्तीसगढ़ क्रिश्चियन फोरम के प्रांतीय स्तर के पदाधिकारियों ने जगदलपुर में बस्तर आईजी और एसपी से मुलाकात करते हुए मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. इन लोगों का कहना है कि भारत धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और यहां इस तरह का बहिष्कार संबंधी कार्यक्रम आयोजित करना देशद्रोह की श्रेणी में आता है. लिहाजा, इस मामले में दोषियों पर एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए. क्रिश्चियन फोरम के सदस्यों ने शपथ ग्रहण के वीडियो के साथ नामजद एफआईआर दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है.
'बीते 5 वर्षों में ईसाइयों पर बढ़े हमले'
क्रिश्चियन फोरम के सदस्यों ने यह भी आरोप लगाया है कि बीते 5 सालों में बस्तर इलाके में लगातार मसीही समाज के खिलाफ अपराध बढ़े हैं, जबकि धर्मांतरण 1950 से हो रहा है. ऐसे में अचानक इस तरह के हमले बढ़ने की वजह बहुत ही गंभीर है. उन्होंने आरोप लगाया कि सुकमा जिले के गादीरास में मसीही समाज के लोगों के मकान जलाए गए. क्रिश्चियन समाज के लोगों की बुरी तरह से पिटाई की जा रही है. इस पर समय रहते रोक लगाने की आवश्यकता है. इसलिए उन्होंने बस्तर आईजी सुंदरराज. पी को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है.