Chhattisgarh: जमीन विवाद में दो महिला गुटों में जमकर चले लाठी डंडे, 12 घायल, मामला दर्ज
सूरजपुर जिला में शासकीय जमीन पर अवैध कब्जे में अतिक्रमण हटाने पहुंची तहसीलदार के जाते ही दो गुट की महिलाओं में जमकर संघर्ष हुआ. फिलहाल दोनों पक्षों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.
Surajpur News: तेजी से बढ़ती जनसंख्या के कारण आए दिन जमीनी विवाद देखने को मिलता है. इसी तरह का एक विवाद छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सूरजपुर जिले (Surajpur District) में देखने को मिला, जहां जमीन के एक विवाद को लेकर महिलाओं के दो गुटों में जमकर लाठी डंडे चले. इस संघर्ष में 12 महिलाएं जख्मी हो गई हैं, पुलिस ने घायल महिलाओं को इलाज के अस्पताल भेजा है. दोनों गुटों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है.
दरअसल सूरजपुर जिला मुख्यालय से लगे तिलसिवा गांव के गौठान के पास स्थित शासकीय जमीन पर, दूसरे गांव से आए परिवार ने पिछले कुछ दिनों से कब्जा कर घर बनाने लगे हैं. इसकी शिकायत गांव वालों के साथ ही गौठान संचालित करने वाली समूह की महिलाओं ने राजस्व अधिकारियों को दी थी. इस अतिक्रमण को हटाने के लिए 16 तारीख तय की गई. जिस पर सूरजपुर तहसीलदार अपने दल बल के साथ अतिक्रमण हटाने मौके पर पहुंची, कुछ देर तक चले शोर शराबे के बाद तहसीलदार मौके से चली गईं.
तहसीलदार के जाते ही गांव की महिलाओं ने दूसरे गुट पर धावा बोल दिया, जहां दोनों गुटों में खूब मारपीट हुई. इस संघर्ष में कई महिलाओं को चोटें आई हैं. स्थानीय ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि वह नहीं चाहती हैं कि बाहरी लोग गांव की जमीन पर कब्जा करें. वहीं अतिक्रमण करने वाली दूसरे गुट की महिलाओं ने कहा कि जब तक सरकार हमें घर नहीं देगी. हम क़ब्ज़ा खाली नहीं करेंगे.
सरकार हमें दे घर या जमीन- अतिक्रमणकारी महिला
अतिक्रमणकारी महिला तीजों सिंह के मुताबिक तहसीलदार के जाने के बाद गांव की महिलाएं पास में ही छिप कर बैठी थीं. फिर अचानक हमारे घरों के पास पहुंच कर, उन्होंने हमारे लोगों की दो लड़कियों को मारना शुरू कर दिया. जिसके बाद बीच बचाव के लिए हम लोग पहुंचे . तीजों के मुताबिक़ वो लोग कई परिवार इस शासकीय जमीन पर पिछले सात साल से काबिज हैं. जिसके लिए उन्हें कई बार तहसील से नोटिस मिला, तो उसका रूपया भी तहसील में जमा किया गया है. तीजों ने ये भी कहा कि हम लोग तब तक यहां से नही हटेंगे. जब तक सरकार हमें जमीन या घर नहीं दे देती है.
स्थानीय ग्रामीण महिलाओं ने लगाए ये आरोप
विवादित शासकीय जमीन तिससिवां गांव के गौठान से लगी है. गौठान को मां दुर्गा समूह की महिलाएं संचालित करती हैं. समूह की एक महिला राजकुमारी के मुताबिक़ हम लोग तहसीलदार के साथ अतिक्रमणक हटाने गए थे. फिर तहसीलदार खाना खाकर आने की बात कहकर चली गईं. जिसके बाद अतिक्रमणकारी महिलाओं से विवाद हो गया. राजकुमारी ने कहा कि इस शासकीय जमीन में समूह की महिलाएं खेती करना चाहती हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि दूसरे गांव से आई महिलाएं पिछले कुछ दिनों से रात के अंधेरे में धीरे- धीरे घर बनाती चली जा रही हैं, जिसकी शिकायत कई बार तहसील में की गई है.
पुलिस का ये है कहना
सूरजपुर थाना प्रभारी सुनीता भारद्वाज ने मीडिया को बताया है कि आज तहसीलदार तिलसिवां गांव में अतिक्रमणक हटाने गई थी. और अतिक्रमणकारियों को समय दिया था कि दो तीन घंटे में आप लोग अपनी स्वेच्छा से अपना सामान हटाकर व्यवस्थित कर लें. इस बीच गांव वालों और अतिक्रमणकारी आपस में लड़ लिए. इस लड़ाई में 10 से 12 महिलाओं को चोटें आई हैं. सभी को एमएलसी के लिए भेजा गया है. मामले में महिलाओं के द्वारा शिकायत भी दर्ज कराई गई है, जिस पर न्यायसंगत कार्यवाही की जाएगी.
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