Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में मरवाही उपचुनाव के समय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा ग्राम पंचायत मरवाही को नगर पंचायत का दर्जा दिलाने की घोषणा चर्चाओं में है. मरवाही उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी ने जीत दर्ज की. 20 महीने भी बीत गए लेकिन मुख्यमंत्री की घोषणा अब तक पूरी नहीं हो सकी है जिसके बाद अब लोगों ने इसे चुनावी घोषणा होने का आरोप लगाना शुरू कर दिया है.


उपचुनाव हुआ था
दरअसल, छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद मरवाही विधानसभा सीट रिक्त हो गया था, जिसके लिए 2020 में चुनाव आयोग द्वारा उपचुनाव  कराया गया, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. केके ध्रुव ने जीत दर्ज की. चुनाव के समय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मरवाही ग्राम पंचायत को नगर पंचायत का दर्जा दिलाने की घोषणा की थी लेकिन चुनाव संपन्न होने और आचार संहिता हटने के बाद भी अब तक इस घोषणा को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है.


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जल्द नगर पंचायत बन जाएगा-प्रभारी मंत्री 
मुख्यमंत्री द्वारा ग्राम पंचायत मरवाही को नगर पंचायत बनाने की घोषणा के बाद राजभवन से राज्यपाल ने अनुसूची पांच लागू होने के कारण मरवाही को नगर पंचायत बनाए जाने पर आपत्ति जताई थी. अब जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने जानकारी दी है कि उनकी राज्यपाल से मुलाकात हुई है. उन्होंने इस आपत्ति को हटाए जाने का आश्वासन दिया है. जल्द ही मरवाही नगर पंचायत बन जाएगा.


विधायक को क्या है उम्मीद
इधर मरवाही विधायक डॉ. केके ध्रुव भी उम्मीदें पाले हुए हैं और नगर पंचायत बनने से विकास होने की बात कहते हुए मरवाही सरपंच और कुछ लोगों द्वारा लोगों को बरगलाने का आरोप लगाया है. जबकि दूसरे नेता अब इस घोषणा को चुनाव जीतने का हथकंडा बता रहे हैं. मरवाही क्षेत्र के लोगों का कहना है कि खैरागढ़ की घोषणा की तरह तत्काल न सही पर अब 20 महीने में तो राज्य सरकार के द्वारा घोषणा पूरा कर देना चाहिए.


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