(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chhattisgarh News: सीएम भूपेश बघेल का दावा- हिमाचल की जीत में छत्तीसगढ़ का भी योगदान, देवभूमि का संदेश देशभर में जाएगा
CM Bhupesh Baghel: आज दोपहर शिमला के रिज मैदान में सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. जानिये शपथ ग्रहण समारोह से लौटने पर सीएम ने क्या कहा?
CM Bhupesh Baghel on Himachal victory: आज दोपहर 1:30 बजे शिमला के रिज मैदान में सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. उनके साथ मुकेश अग्निहोत्री ने बतौर उप मुख्यमंत्री की शपथ ली. शिमला में आयोजित सुखविंदर सिंह सुक्खू के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यश्र मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के अलावा, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल समेत वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शामिल हुए. यहां आयोजित हुए समारोह में सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली. छत्तीसगढ़ की सीएम भूपेश बघेल के शपथ ग्रहण समारोह से लौटने पर रायपुर हवाई अड्डे पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.
घोषणा-पत्र में छत्तीसगढ़ की 10 योजनाएं शामिल
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पूरे देश समेत छत्तीसगढ़ के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश है. रायपुर पहुंचने पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जीत में छत्तीसगढ़ का भी योगदान है. सीएम ने कहा कि एक बस ड्राइवर का बेटा मुख्यमंत्री बना है बहुत-बहुत बधाई. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ से बहुत लोग हिमाचल गए और वहां प्रचार-प्रसार किया, जिसका हिमाचल की जनता पर प्रभाव पड़ा. उन्होंने कहा कि हिमाचल देवभूमि है और यहां से कांग्रेस की शुरुआत हुई है, इसका संदेश पूरे देश में जाएगा. सीएम बघेल ने कहा कि हिमाचल में सरकार के घोषणा-पत्र में छत्तीसगढ़ की 10 योजनाओं को शामिल किया गया. सीएम बघेल ने आगे कहा कि अब कांग्रेस की 3 राज्यों में सरकार है. सीएम ने कहा कि अब इसके बाद कांग्रेस कर्नाटक में सरकार बनाएगी.
बता दें कि हिमाचल के नए सीएम सुक्खू नादौन से चार बार के विधायक हैं. हाल में संपन्न हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कुल 86 सीटों में से कांग्रेस ने 40 पर जीत दर्ज की है, जबकि बीजेपी 25 सीटों पर ही सिमट गई. हालांकि, दोनों पार्टियों के बीच वोट शेयर का अंतर एक फीसदी से भी कम रहा.