Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में 10 दिन के भीतर 5 नए जिले अस्तित्व में आ रहे हैं. इसके बाद राज्य में जिलों की संख्या 28 से बढ़कर 33 होने वाली है. 9 सितंबर को 2 और जिलों का शुभारंभ किया जाएगा. इसमें एक जिला सक्ती है जो जांजगीर चांपा जिले से टूटकर बनाया जा रहा है. सक्ती की पहचान रियासत काल से ही है. जब राजाओं का शासन चलता था तब सक्ती भी राजाओं का एक गढ़ हुआ करता था. इसके बाद से सक्ती बिलासपुर संभाग के जांजगीर चांपा जिले का एक अहम हिस्सा रहा है.
सक्ति रियासत में हुआ था बड़ा किसान आंदोलन
दरअसल नवगठित सक्ति जिले का इतिहास काफी दिलचस्प रहा है. अंग्रेजों से आजादी के बाद विलीनीकरण के दौर में सक्ती ने बहुत संघर्ष किया है. जमीन व्यवस्था को लेकर किसानों और रियासत के शासक के बीच लंबे समय तक विवाद जारी रहा है. इतिहासकारों से मिली जानकारी के मुताबिक दूसरे रियासतों की तुलना में सक्ती रियासत में राजनीतिक जागृति देरी से आई. यहां के तत्कालीन शासक लीलाधरसिंह ने राजनीतिक गतिविधियों को उभरने नहीं दिया.
इस कारण से स्वतंत्रता के बाद भूमि व्यवस्था की समस्या को लेकर किसान असंतुष्ट रहे, तब रायगढ़ और सक्ती रियासत के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने किसानों का साथ दिया. इसके बाद 20 नवंबर 1947 को रियासत की राजधानी में राजमहल के सामने आमसभा का आयोजन किया गया. सभा में किसान आन्दोलन का समर्थन और तत्कालीन भूमि व्यवस्था का विरोध किया गया. इस तरह किसान आन्दोलन रियासत के विलीनीकरण तक चलता रहा और अंत में जमीन का विवाद खत्म हुआ.
सक्ती जिले की खासियत
जिले का कुल राजस्व क्षेत्रफल 1,51,976 हेक्टेयर है. 2011 जनगणना के अनुसार जिले की आबादी 6 लाख 47 हजार 254 है. कुल गांवों की संख्या 465, आबाद ग्राम 463, विरान ग्राम 2, कुल पटवारी हल्कों की संख्या 153 हैं. सक्ति जिले में 319 ग्राम पंचायतें, 6 नगरीय निकाय शामिल होंगे. वहीं नए जिले में चंद्रहासिनी माता मंदिर चंद्रपुर, अड़भार अष्टभुजी माता मंदिर, रेनखोल, दमऊदरहा जैसे पर्यटन स्थल भी शामिल है.
कल होगा 32वें और 33वें जिले का शुभारंभ
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेशवासियों को पिछले सप्ताह 3 नए जिलों की सौगात देने के बाद आगामी 9 सितम्बर को 2 नए जिलों का शुभारम्भ करने जा रहे हैं. इस दिन से 32वां जिला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी- भरतपुर और सक्ति 33वां जिला के रूप में अस्तित्व में आएंगे. इस तरह प्रदेश में जिलों की संख्या बढ़ कर 33 हो जाएगी. नवगठित जिलों में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय का उद्घाटन करेंगे साथ ही रोड शो भी करेंगे. इस अवसर पर मुख्यमंत्री नवगठित जिले के लिए करोड़ो रुपए के विकास कार्यों की सौगात भी देंगे.