Chhattisgarh News: आज से 14 साल पहले छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले (Rajnandgaon) के मदनवाड़ा में नक्सली मुठभेड़ में नक्सलियों से लोहा लेते हुए तत्कालिक राजनांदगांव एसपी समेत 29 पुलिस जवान शहीद हुए थे. आज उनका 14 शहादत दिवस है. आज ही के दिन तत्कालीन राजनांदगांव एसपी स्वर्गीय विनोद चौबे सहित 29 जवान नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज उनके 14वें शहादत दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि दी है.
सीएम भूपेश बघेल ने दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा कि, '12 जुलाई 2009 को राजनांदगांव में मदनवाड़ा के जंगलों में नक्सलियों से लोहा लेते हुए जाबांज पुलिस अधीक्षक स्व. विनोद चौबे एवं उनकी टीम ने अपने प्राणों की परवाह न करते हुए छत्तीसगढ़ की माटी के लिए अपने प्राण तक न्यौछावर कर दिए थे. ऐसे महान सपूतों को हम सब नमन करते हैं, अपनी पुष्पांजलि अर्पित करते हैं. हम सबको आप पर गर्व है. जय हिन्द.'
मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा कि, '12 जुलाई 2009 को राजनांदगांव में मदनवाड़ा के जंगलों में नक्सलियों से लोहा लेते हुए जाबांज पुलिस अधीक्षक स्व. विनोद चौबे एवं उनकी टीम ने अपने प्राणों की परवाह न करते हुए छत्तीसगढ़ की माटी के लिए अपने प्राण तक न्यौछावर कर दिए थे. ऐसे महान सपूतों को हम सब नमन करते हैं, अपनी पुष्पांजलि अर्पित करते हैं. हम सबको आप पर गर्व है. जय हिन्द.'
एसपी के अलावा 29 जवान हुए थे शहीद
आपको बता दें कि कि, एसपी स्वर्गीय विनोद चौबे छत्तीसगढ़ के नक्सल ऑपरेशन में देश के पहले शहीद आईपीएस अधिकारी थे. उनके मरणोपरांत उन्हें कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया. नक्सल हमले के दौरान मुठभेड़ में वो शहीद हुए थे. वह हमला देश का पहला नक्सली हमला था, जिसमें कोई एसपी शहीद हुआ था. इस नक्सली हमले में एसपी के अलावा 29 जवान भी शहीद हुए थे.
आपको बता दें कि कि, एसपी स्वर्गीय विनोद चौबे छत्तीसगढ़ के नक्सल ऑपरेशन में देश के पहले शहीद आईपीएस अधिकारी थे. उनके मरणोपरांत उन्हें कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया. नक्सल हमले के दौरान मुठभेड़ में वो शहीद हुए थे. वह हमला देश का पहला नक्सली हमला था, जिसमें कोई एसपी शहीद हुआ था. इस नक्सली हमले में एसपी के अलावा 29 जवान भी शहीद हुए थे.
यह पुलिस जवान हुए थे शहीद
नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान तत्कालिक राजनांदगांव एसपी स्वर्गीय विनोद चौबे, स्व. विनोद ध्रुव, उनि कोमल साहू, उनि धनेश साहू, प्रआर सुंदर लाल चौधरी, प्रआर दुष्यंत सिंह, आर प्रेमचंद पासवान, आर अरविंद शर्मा, प्रआर गीता भंडारी, प्रआर जखरियस खलखो, प्रआर संजय यादव, आरक्षक प्रकाश वर्मा, आर बेदुराम सूर्यवंशी, आर सुभाष कुमार बेहरा, आर टिकेश्वर देशमुख, आर सूर्यपाल वट्टी, आर अजय कुमार भारद्वाज, आर मनोज वर्मा, आर लोकेश छेदइया, आर श्यामलाल भोई,आर मिथलेश कुमार साहू, आर रजनीकांत, आर निकेश साहू, आर संतराम साहू, आर झाड़ूराम साहू, आर अमित नायक, आर वेदप्रकाश यादव, आर रितेश कुमार वैष्णव, आर लालबहादुर नाग नक्सलियों से लोहा लेते हुए मुठभेड़ में शहीद हुए थे.