CM Baghel on Agnipath: अग्निपथ योजना पर सीएम भूपेश बघेल ने सरकार पर साधा निशाना, बोले- युवाओं के साथ हो रहा खिलवाड़
Chhattisgarh के मुख्यमंत्री Bhupesh Baghel ने Agnipath Scheme का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस मामले में श्वेत पत्र जारी करना चाहिए और बताना चाहिए कि ऐसे नौबत क्यों आई?
CM Baghel on Agnipath: देशभर में अग्निपथ योजना का युवा विरोध कर रहे हैं. कई जगह ट्रेनों में आग लगाई जा रही है. इसी कड़ी में विपक्ष भी केंद्र सरकार पर हमलावर हो गई है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने योजना का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस मामले में श्वेत पत्र जारी करना चाहिए और बताना चाहिए कि ऐसे नौबत क्यों आई.
सीएम ने किया अग्निपथ योजना का विरोध
दरअसल शुक्रवार को राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र सरकार से कई सवाल पूछे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कई सरकारी संपतियों को बेच चुकी है. अब क्या इनके पास सेना में भर्ती के लिए पैसे नहीं हैं. क्या इनके पास देश की सुरक्षा करने वालों के लिए पैसे नहीं है. ये देश की सुरक्षा से खिलवाड़ है, युवा भविष्य के साथ खिलवाड़ है. केंद्र सरकार ये बताए कि पूर्णकालिक भर्ती क्यों नहीं कर रही है?
केंद्र सरकार की स्कीम पर उठे सवाल
सेना से वापसी के बाद युवाओं को पुलिस में भर्ती देने की चर्चा पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पुलिस लॉ एंड ऑर्डर के लिए होता है और सेना सुरक्षा के लिए होती है. सेना भर्ती वाले केवल दो चीज जानते हैं दोस्ती और दुश्मनी. सामने दुश्मन दिखे तो उसे खत्म कर देना है सेना युद्ध लड़ते हैं. सेना और पुलिस की ट्रेनिंग अलग है.
उन्होंने कहा कि 22 -23 साल का लड़का घर वापस आएगा बेरोजगार होगा तो क्या इन सबको पुलिस में भर्ती करेंगे? भर्ती हुए तो ठीक है और नहीं भर्ती हुए तो उनको तो बंदूक चलाना आ गया होगा. यह समाज को किस दिशा में ले जा रहे है आप. आपकी नियत ठीक नहीं दिखाई दे रही है.
बेरोजगार युवा अपराधिक घटनाओं में शामिल हो सकते हैं
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आगे केंद्र सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि बेरोजगार युवा बाद में गिरोह बनाकर अपराधिक घटनाओं में शामिल हो सकते हैं. अभी आप देखेंगे चाहे नक्सली प्रभावित क्षेत्र या और दूसरे क्षेत्रों में आखिर किन लोगों ने नक्सलियों को ट्रेनिंग किसने दी? ऐसे हजारों बच्चे जब बेरोजगार हो जाएंगे और यदि वो गुमराह हो गए तो उस गांव के उस शहर के उस प्रदेश की स्थिति क्या होगी? इस लिए हमारी मांग है कि पूर्णकालिक भर्ती होनी चाहिए हमारी मांग है. इससे केंद्र सरकार को तकलीफ क्या है?
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