Chhattisgarh News: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज लाल किले की प्राचीर से 77 वें स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2023) के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण को लोकतंत्र की तीन ऐसी विकृतियां करार दिया, जिनसे देश तथा समाज का बहुत नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि इन तीनों ‘बीमारियों’ के खिलाफ उनकी जंग जारी रहेगी. पीएम के इस बयान पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि, उनको (पीएम मोदी) यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी पार्टी में यह न हों और ऐसे लोगों को भाजपा में कोई जिम्मेदारी नहीं दी जानी चाहिए.
सीएम बघेल ने पीएम के भाषण पर की टिप्पणी
रायपुर में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ में महिलाओं के खिलाफ छेड़छाड़, बलात्कार और अन्य अपराधों के आरोपियों को सरकारी नौकरियों से प्रतिबंधित करने के फैसले को सामाजिक और महिला सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया. संवाददाताओं के सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि आज स्वतंत्रता दिवस है और हमें उम्मीद नहीं थी कि प्रधानमंत्री (परिवारवाद को लेकर) ऐसी बात कहेंगे.
भूपेश बघेल का अमित शाह पर हमला
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, 'यदि वह ऐसा कह रहे हैं तो उनकी पार्टी में ऐसी पृष्ठभूमि वाले सभी लोग चाहे वह सिंधिया हों, जतिन प्रसाद हों, राजनाथ सिंह के बेटे हों, अमित शाह के बेटे हों, रमन सिंह के बेटे हों या बलिराम कश्यप के बेटे हों, उन्हें उनके पदों से हटा देना चाहिए. उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी जानी चाहिए.' सीएम बघेल ने आगे कहा कि 15 अगस्त के अवसर को राजनीतिक अवसर के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए.
मणिपुर हिंसा पर बोले भूपेश बघेल
मणिपुर हिंसा को लेकर पूछे गए सवाल पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा का मूल चरित्र नफरत और हिंसा फैलाने का है. जब इस तरह की हिंसक घटनाएं होती हैं तो उन्हें अच्छा लगता है. लोग अब इसे जानते हैं. बता दे कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले के प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि, अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से मैं आपको देश की उपलब्धियां, आपके सामर्थ्य, आपके संकल्प, उसमें हुई प्रगति, उसकी सफलता और गौरवगान पूरे आत्मविश्वास के साथ आपके सामने प्रस्तुत करूंगा.